कोका-कोला और कार्ल्सबर्ग जैसी कंपनी ने प्लास्टिक को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. पर्यावरण के हित में फ़ैसला लेते हुए दोनों कंपनियों ने प्लास्टिक की बोतल उपयोग न करने का निर्णय लिया है. यानि दोनों ही कंपनियां ड्रिंक्स के लिये प्लास्टिक की बोतल की जगह प्लांट से बनाई गई बोतलों का उपयोग करेंगी. रिपोर्ट के अनुसार, ये योजना Renewable Chemicals Company Avantium द्वारा तैयार की गई है. कंपनी बियर को स्टोर करने के लिये प्लास्टिक लेयरिंग के साथ अनोखा कार्डबोर्ड तैयार कर रही है. टेंशन लेने वाली बात नहीं है कंपनी का दावा है कि ये प्लास्टिक सिंथेटिक प्लास्टिक नहीं है, ताकि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे.
कंपनी का कहना है कि यूज़ होने के बाद इन बोतलों को आसानी से रिसाइकल कर लिया जाएगा. इसके साथ ही अगर इन्हें ज़मीन पर फेंका जाता है, तो ये कुछ टाइम में सड़ कर ख़ाद में बदल जाएंगी. कंपनी का कहना है कि कांच की बोतल, प्लास्टिक जितनी ख़तरनाक नहीं होती हैं, पर इन्हें रिसाइकल करना भी आसान नहीं होता है. इतनी ही नहीं, जंगल में सूर्य की रौशनी से टकराने पर कांच की बोतल से आग लगने की संभावना होती है. इसके साथ ही प्लास्टिक और कांच की बोतल जंगल से लेकर समुद्री जानवरों के लिये बड़ी परेशानी हैं.
आंकड़ों के अनुसार, 300 मिलियन टन प्लास्टिक को जीवाश्म ईंधन से बनाया जाता है, जिसे सड़ने में सैकड़ों साल लग जाते हैं. ख़ुशी हुई जानकर की बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अब पर्यावरण को लेकर सजग हो रही हैं. छोटी सी पहल ज़िंदगी में बड़ा बादलाव ला सकती है.