मिस्त्री परिवार के शापोरजी पालोनजी (एसपी) समूह और टाटा ग्रुप के बीच की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एसपी समूह ने आरोप लगाया है कि उसकी शेयर गिरवी रखकर धन जुटाने की योजना को टाटा द्वारा रोका जा रहा है. यह शेयरधारकों के अधिकारों का हनन है. एसपी समूह के मुताबिक ये बदले की भावना से की जाने वाली कार्रवाई है.
क्या है मामला
दरअसल, मिस्त्री समूह की टाटा ग्रुप में 18.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. मिस्त्री समूह ने इस हिस्सेदारी के शेयरों को गिरवी रख पूंजी जुटाने की कोशिश की है. इसके खिलाफ टाटा संस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिका के जरिये टाटा का प्रयास एसपी समूह को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से शेयर गिरवी रखने से रोकना है.
11,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
एसपी समूह विभिन्न कोषों से 11,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है. उसने कनाडा के एक चर्चित निवेशक से टाटा संस में अपनी 18.37 प्रतिशत हिस्सेदारी में से एक हिस्से के लिए पहले चरण में 3,750 करोड़ रुपये का करार किया है. कनाडा के निवेशक के साथ एसपी समूह द्वारा पक्का करार किए जाने के एक दिन बाद टाटा संस ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
60 हजार कर्मचारी होंगे प्रभावित
एसपी समूह के एक प्रवक्ता ने कहा कि टाटा संस की इस विद्वेषपूर्ण कार्रवाई का मकसद हमारी धन जुटाने की योजना में अड़चन पैदा करना है. इससे एसपी समूह की विभिन्न इकाइयों के 60,000 कर्मचारियों के साथ एक लाख प्रवासी मजदूर का भविष्य प्रभावित होगा. प्रवक्ता के मुताबिक इससे समूह को काफी नुकसान होगा. एसपी समूह उच्चतम न्यायालय के समक्ष टाटा के इस दावे को कड़ी चुनौती देगा.
टाटा और मिस्त्री का विवाद
आपको बता दें कि मिस्त्री समूह की कंपनियां टाटा संस में सबसे बड़ी शेयरधारकों में से एक हैं. वहीं, मिस्त्री परिवार के सबसे अहम सदस्य साइरस मिस्त्री को 2012 में टाटा संस का चेयरमैन भी बनाया गया लेकिन 2016 में उन्हें इस पद से हटा दिया गया था. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच लंबी कानूनी लड़ाई छिड़ी. इस साल जनवरी में उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के मिस्त्री को टाटा समूह के कार्यकारी चेयरमैन पद पर बहाल करने के आदेश पर रोक लगा दी थी.