देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। लंबी जद्दोजेहद के बाद उत्तराखंड में कांग्रेस ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया। कांग्रेस ने उत्तराखंड में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पद पर फैसला कर दिया है। प्रीतम सिंह को नेता विधायक दल बनाया गया है इस लिहाज से वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी होंगे। वहीं पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं इसके साथ साथ पंजाब के कार्यकारी अध्यक्षों के मॉडल को भी उत्तराखंड में आजमाया गया है।
कांग्रेस ने पहली बार उत्तराखंड में चार कार्यकारी प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है। जिसमें कुमाऊँ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तिलकराज बेहड़, रंजीत रावत, गढ़वाल से प्रो जीतराम और कांग्रेस के युवा नेता भुवन कापड़ी को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पूर्व सीएम हरीश रावत को चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया है। इस समिति में हरदा के साथ राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा उपाध्यक्ष और दिनेश अग्रवाल संयोजक होंगे। वहीं आर्येन्द्र शर्मा को कांग्रेस को प्रदेश कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
दूसरी तरफ नई टीम की घोषणा और विभिन्न समितियों के ऐलान के बाद विरोध के सुर भी उठने लगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवप्रभात ने तो सीधे विरोध कर दिया है कि उन्हें जिस समिति में रखा गया है वो उन्हें मंजूर नहीं। नवप्रभात के बाद कई नेता भी विरोध में उतर सकते हैं। कांग्रेस की नई टीम की घोषणा के बाद सबसे पहले हरीश धामी के बगावती सुर सामने आए थे। सोशल मीडिया पर खूब चला था कि हरीश धामी ने पार्टी छोड़ने तक की धमकी दे डाली है।