काशीपुर: क्षेत्र के कचनाल गाजी में अनुसूचित जाति के परिवारों को आवंटित कृर्षि भूमि के पट्टों की पैमाइश न होने से काश्तकार काफी परेशान थे. लेकिन बीते दिनों इन परिवारों को आवंटित कृषि भूमि के पट्टों की पैमाइश तहसील प्रशासन द्वारा पुलिस बल की मौजूदगी में कर दिया गया. जिसके बाद चार पट्टेदारों को कब्जा भी दिला दिया गया. कृर्षि भूमि पाने के बाद काश्तकार ने अपनी भूमि पर गेहूं की बुआई भी शुरू कर दी है. हालांकि अभी भी तीन पट्टेदारों को कब्जा नहीं मिल पाया है.
बता दें कि साल 1999 में ग्राम कचनाल गाजी में अनुसूचित जाति के कुछ परिवारों को कृषि भूमि के पट्टे आवंटित किए गए थे. लेकिन काफी विवादों के चलते उन्हें कब्जा नहीं मिल पाया. जिसके बाद पट्टेदारों ने मामले को लेकर अनुसूचित जाति आयोग पहुंचे. जिसके बाद तहसील प्रशासन ने बरसात के मौसम का हवाला देकर पैमाइश करने में असमर्थता जतायी थी. वहीं, पट्टेदारों का खसरा नंबर बदल जाने से काफी परेशान हो गए थे. जिसके बाद काश्तकार जयसिंह, महीपाल सिंह, कृष्णा कौर, जसविंदर सिंह, महेन्द्र सिंह श्यामलाल व किशनलाल पट्टेदारों ने उपजिलाधिकारी को पत्र देकर पट्टे की जमीन पर कब्जा दिलाने का अनुरोध किया. पट्टेदारों के पत्र का संज्ञान लेते हुए उपजिलाधिकारी ने पट्टे की जमीन पैमाइश करने के आदेश दिए.
तहसीलदार विपिन चन्द्र पंत के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक रामसिंह, राजस्व उप निरीक्षक जगतार सिंह, संजय कुमार, सरताज, क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक रामसिंह व चकबंदी कानूनगो विशन सिंह ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चार पट्टेदारों जयसिंह, महेन्द्र सिंह, महीपाल सिंह व जसविंदर सिंह को कब्जा दिला दिया. काबिज होने के बाद काश्तकारों ने भूमि पर गेहूं की बुआई शुरू कर दी. वहीं, श्यामलाल कृष्णा कौर व किशनलाल नामक तीन पट्टेदारों को कब्जा मिलना अभी बाकी है.