पिथौरागढ़: धौलीगंगा-पिथौरागढ़ के बॉर्डर इलाकों पर एनएचपीसी (नेशनल हाइड्रोइलैक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड) हेल्थ कैम्प आयोजित कर रहा है. साढ़े 12 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर ये कैम्प चीन सीमा से सटी व्यास घाटी में आयोजित किए जा रहे हैं. इन इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं का काफी अभाव है, जिसे देखते हुए एनएचपीसी ने लोगों के लिए कैंप आयोजित किए हैं. भारत के अंतिम गांव कूटी में भी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन हो रहा है. कोरोना काल में एनएचपीसी ने दारमा, व्यास और चौंदास घाटी के तीन हजार लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया है.
एनएचपीसी के मुख्य महाप्रबंधक विश्वजीत बासु बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गये लॉकडाउन के समय से ही सीमांत के प्रहरियों को एनएचपीसी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रही है. व्यास घाटी के लोगों के आग्रह पर सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है. वहीं, सीमांत क्षेत्र के लोगों ने भी नि:शुल्क मेडिकल कैम्प लगाने के लिए एनएचपीसी का आभार जताया है.