काशीपुर.(नेटवर्क 10 संवाददाता ) : कुंडा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग जोड़े की शादी की चर्चा इन दिनों जोरों पर है. बताया जा रहा है कि जसपुर निवासी एक किशोरी का गांव के निवासी युवक से प्रेमप्रसंग था. कुछ समय पहले वह युवक के घर पहुंच गई थी, लेकिन उसके बाद परिजन समझा-बुझाकर साथ ले गए. वहीं, दो दिन पहले गांव करनपुर के सनातन धर्म मंदिर में दोनों ने शादी रचा ली. इस विवाह में वधू-पक्ष के लोग भी शामिल हुए थे.
हिन्दू मैरिज एक्ट के मुताबिक, शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की उम्र 21 साल होनी जरूरी है. वहीं, बताया जा रहा है कि किशोरी की उम्र अभी 18 साल नहीं हुई है. जबकि, लड़का 18 साल की उम्र का है. करनपुर के ग्रामीणों का कहना है कि इन दोनों की शादी नहीं हुई है, बल्कि सगाई की रस्म हुई है, लगभग छह माह बाद जब किशोरी बालिग हो जाएगी, तब उसका विवाह कराया जाएगा. वहीं, खबरें आम है कि किशोरी की जिद पर परिजनों ने दोनों का विवाह करवाया और उसे गांव में ही एक रिश्तेदार के यहां छोड़ गए हैं.
वहीं, इस मामले को लेकर कुंडा थाना प्रभारी विनोद फर्त्याल ने फोन पर बताया कि नाबालिग एक सप्ताह पहले गांव में आयी थी. तब उसे समझा-बुझाकर घर भेज दिया गया था, लेकिन लगभग चार-पांच दिन पहले उक्त गांव के प्रधान ने नाबालिग के गांव में होने की सूचना दी थी. साथ ही सगाई होने की बात बताई थी. उन्होंने कहा कि शादी की बात की जो खबरें सामने आ रही हैं उसकी जांच की जा रही है.