गोपेश्वर (नेटवर्क 10 संवाददाता)। मां नंदा को सोमवार को कैलाश पर्वत के लिए विदा कर दिया गया। इसी के साथ इस वर्ष की नंदा देवी लोकजात का समापन हो गया। बालपाटा बुग्याल में मां नंदा को विदा करते वक्त श्रद्धालुओं की आंखें नम थीं।
सोमवार सुबह चमोली जिले के सुदूरवर्ती गांव रामणी चौक में मां नंदा देवी की डोली को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा गया था। चौक में ग्रामीणों ने मां की पूजा अचना कर समोंण भेंट की। इस दौरान जागरों का गायन कर मां नंदा भगवती का आह्वान किया गया। धार्मिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मां नंदा देवी कैलाश हिमालय के लिए रवाना हुई।
अन्य क्षेत्रों से आई छंतोलियां भी मां नंदा की कुरुड़ की डोली की अगुआई में बालपाटा बुग्याल पहुंची। इसके बाद यहां देवी के मंदिर में पूजा अर्चना की गई और फिर मां नंदा को उनके ससुराल कैलाश के लिए विदा किया गया।