सितारगंज (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड के किसान दुनिया वालों के लिए एक से बढ़कर एक मिसाल खड़ी कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं उत्तराखंड के सितारगंज में शौकिया तौर पर खेती किसानी करने वाले एक व्यक्ति। इस किसान ने भिंडी की एक नई प्रजाति ही पैदा कर दी।
अब तक आप भिंडी के एक ही रंग को देखते रहे होंगे। हरी भिंडी। लेकिन सितारगंज के एक किसान ने लाल भिंडी की पैदावार कर दी। लाल रंग की इस भिंडी को काशी लालिमा के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड में इसकी खेती पहली बार हुई है। जिस किसान ने इसे पैदा किया है उसका नाम है अनिलदीप सिंह महाल। अनिलदीप सिंह ने इस लाल भिंडी को अपने फार्म हाउस पर उगाया है।
इस लाल भंडी में कई तरह के औषधीय गुण भी हैं। इस भिंडी में एंटीऑक्सिडेंट कहीं ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इसे खाने से कई बीमारियों से लड़ने में मदद भी मिलती है।
लाल भिंडी उगाने वाले अनिलदीप सिंह महाल पेशे से वकील हैं। वे एमए और एलएलबी हैं। खेती वे शौकिया तौर पर करते हैं। उनका कहना है कि दिल्ली की खान मार्केट में उन्होंने पहली बार लाल भिंडी देखी। इसके बाद उनकी बेटी गुरवेना ने इस किस्म के बारे में पता लगाया तो पता चला कि इसे काशी लालिमा कहते हैं। जिसके बाद उन्होंने भी एक ऑनलाइन साइट से इसका बीज मंगाया। अभी परीक्षण के रूप में एक बीघा भूमि पर लाल भिंडी उगाई गई, जिसकी बेहतर पैदावार हुई है। अब वह इसका बीज तैयार करने में जुटे हैं ताकि दूसरे किसान भी इसकी पैदावार कर सकें।