डोईवाला: स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में ब्रेस्ट कैंसर पर एक दिवसीय गेस्ट लेक्चर आयोजित किया गया। इसमें प्रतिष्ठित कैंसर जीवविज्ञानी डॉ. राकेश कुमार ने युवा महिलाओं में बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर के मामलों पर किए अनुसंधान के महत्वपूर्ण तथ्य साझा किए।
हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) के सभागार में शुभारंभ संस्थापक डॉ.स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। गौरतलब है कि एसआरएचयू इंटरनेशनल एंडोमेंट चेयर-स्वामी राम चेयर फॉर कैंसर रिसर्च के तहत यह पहला लेक्चर डॉ. राकेश कुमार द्वारा दिया गया।
डॉ.राकेश कुमार ने ब्रेस्ट कैंसर के क्षेत्र में अनुसंधान और शीघ्र पता लगाने की रणनीतियों पर मूल्यवान दृष्टिकोण साझा किए। उन्होंने भारत में स्तन कैंसर की घटती औसत आयु को चिंता जनक बताया। साथ ही उसके कारणों की जानकारी दी। डॉ.कुमार ने इसके लिए जीवनशैली कारकों, गर्भनिरोधक गोलियों, भोजन की आदतों और कई अन्य कारकों का हवाला दिया।
कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल ने डॉ.राकेश कुमार को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। डॉ.डोभाल ने कहा कि विश्वविद्यालय का फोकस शोध पर है। इस तरह के लेक्चर सीरीज का फायदा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मिलेगा। एसआरएचयू के महानिदेशक (शैक्षणिक विकास) डॉ.विजेंद्र चौहान ने कहा कि इस तरह की कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य तभी सही मायने में साकार होगा, जब इस क्षेत्र से जुड़े चिकित्सक, विशेषज्ञ व छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करें। सीआरआई निदेशक डॉ.सुनील सैनी ने कहा कि स्तन कैंसर का शुरुआती चरण में इसका पता चल जाए तो ठीक होने की अच्छी संभावना है।
विश्वविद्यालय के पीजी छात्र-छात्राओं सहित रिसर्च स्कॉलर, फैकल्टी ने प्रतिभाग किया। डॉ.कुमार ने पूछे गए सवालों के संतुष्टपूर्ण जवाब दिए। डॉ.संजय गुप्ता के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ.प्रकाश केशवया, डॉ.मुकेश बिजल्वाण, डॉ.अशोक देवराड़ी, रिसर्च डायेरक्टर डॉ.बिंदू डे, डॉ.सीएस नौटियाल सहित डॉ.विकास जैडॉन, डॉ.गीता भंडारी, डॉ.नुपूर जोशी, डॉ.प्रवीण तिवारी, डॉ.विनय श्रीवास्तव, डॉ.पुरांधी रुपमणि आदि मौजूद रहे।