पौड़ी गढ़वालः महिला अधिवक्ता ने एक दारोगा पर योन शोषण एवं पैसों की ठगी का आरोप लगाया है. पीड़ित महिला तलाकशुदा है. महिला का आरोप है कि आरोपी दारोगा ने शादी का झांसा देकर चार साल तक उनका यौन शोषण किया. जब उसने शादी करने का दबाव बनाया तो दारोगा मुकर गया. अब पीड़िता ने महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया है. वहीं, मामले में एसएसपी पी.रेणुका देवी का कहना है कि जांच में महिला के सभी आरोप बेबुनियाद और फर्जी पाए गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, पौड़ी की एक महिला अधिवक्ता ने एक दारोगा पर शादी का झांसा देकर चार साल तक शारीरिक संबंध बनाने की शिकायत पुलिस महानिदेशक से की थी. शिकायत के बाद महिला अधिवक्ता के आरोपों की जांच जनपद के अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय ने की. जिसमें महिला के लगाए सभी आरोप बेबुनियाद पाए गए.
उधर, महिला अधिवक्ता का कहना है कि पुलिस ने जांच के नाम पर दारोगा को बचाने का काम किया है, जबकि सभी आरोपों के संबंध में उसके पास पुख्ता सबूत हैं. जानकारी के अनुसार, महिला की उक्त दारोगा से पहचान सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी. महिला का आरोप है कि दारोगा की ओर से शादी का वादा कर चार वर्षों तक शारीरिक संबंध बनाता रहा और अब शादी से मुकर गया है.
महिला अधिवक्ता ने बताया कि दारोगा ने अपनी सगाई किसी और से करने के बाद भी उसे झांसे में रखा. पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में सभी सबूत भी दिए गए. लेकिन पुलिस ने जांच रिपोर्ट दारोगा के पक्ष में दी है. महिला अधिवक्ता ने अब मामले में महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया है. वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी.रेणुका देवी ने कहा कि महिला की ओर से की गई शिकायत के बाद निष्पक्ष जांच करवाई गयी है, जिसमें दारोगा निर्दोष पाया गया है.