तपोवन टनल का मंजर जानने में फेल हुई हैदराबाद की हाईटेक सेंसिंग डिवाइस

उत्तराखंड के चमोली में आई भीषण आपदा के बाद प्रभावित क्षेत्र तपोवन पावर प्रोजेक्ट टनल में अभी भी 30 से 35 लोग फंसे हैं. रेस्क्यू करने में संकटमोचक एसडीआरएफ सहित तमाम राहत दल युद्ध स्तर पर जुटे हैं. वहीं मंगलवार को हैदराबाद स्थित केंद्रीय CSIR लैब ( काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) ने यह दावा किया था कि वह Remote sensing device के जरिए टनल के 500 मीटर के दायरे में हेली एरियल व्यू से अंदर की स्थिति पता कर सकती है. लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो सके.

ऐसी जानकारी मिली है कि हैदराबाद सीएसआर लैब ने हेली एरियल के जरिए टनल के अंदर की हकीकत जानने का काफी प्रयास किया. लेकिन वे लोग इस मकसद में कामयाब नहीं हो सके. ऐसे में वह वापस अपने गंतव्य को लौट गए. इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि चमोली स्थित तपोवन टनल में फंसे रेस्क्यू ऑपरेशन को करना कितना मुश्किल है.

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि हैदराबाद की सीएसआईआर लैब ने रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए मंगलवार को हेली एरियल (हवाई सर्वे) से जानकारी जुटाने प्रयास किया था. लेकिन अभी तक उनकी कोई जानकारी संबंधी रिपोर्ट सामने नहीं आई है. ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि उनका इस मामले में रिसर्च कहां तक सफल हुआ. हालांकि इसके बावजूद एसडीआरएफ सहित अन्य दल टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए दिन रात युद्ध स्तर पर जुटे हैं.

चमोली आपदा से जुड़ी जानकारी के लिए सम्पर्क नम्बर जारी

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने चमोली आपदा में अभी तक 174 लोगों के लापता होने की आधिकारिक सूचना दी है. हालांकि इसमें से 32 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. बरामद शवों में से 8 लोगों की पहचान हो गई है. वहीं आपदा से जुड़ी हर अपडेट व रेस्क्यू सहित अन्य जानकारी के लिए उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक के प्रवक्ता डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने 7500016666 नम्बर जारी किया है.

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