उधमसिंह नगर: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में हनी ट्रैप का बड़ा मामला सामने आया है, यहां शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त शिक्षक को हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये की नकदी और एक मोबाइल फोन वसूलने के आरोप में एक न्यूज पोर्टल का पत्रकार और उसकी पत्नी गिरफ्तार किए गए हैं, इन्होने उन्हें धमकाकर 2.57 लाख रुपये और एक मोबाइल फोन लिया।
बुजुर्ग जगदीश चंद्र जोशी कर्मकांडी पंडित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो मामले का खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस ने पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। दंपति पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग से सेवानिवृत शिक्षक जगदीश चंद्र जोशी ने पुलिस को तहरीर दी थी। तहरीर में उन्होंने हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों रुपए की नकदी और फोन जबरन वसूली का मामला दर्ज कराया था। जिस पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी यूट्यूबर और उसकी पत्नी पर मुकदमा दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़ित जगदीश जोशी पंडिताई का काम भी करते हैं। जिस दंपती को शहरवाले न्यूज पोर्टल के पत्रकार समझकर सम्मान देते थे, वे असल में ब्लैकमेलर निकले। यह दंपती न्यूज पोर्टल की आड़ में लोगों को फंसाकर पैसे वसूलते थे, और संदेह है कि उनके पास और भी अश्लील वीडियो हो सकते हैं, जिनमें कई हाई प्रोफाइल व्यक्तियों के नाम शामिल हैं।
पीड़ित जगदीश जोशी ने बताया कि खटीमा में यूट्यूब चैनल चलाने वाले वैभव अग्रवाल और उसकी पत्नी विधि अग्रवाल ने पूजा पाठ कराने के बहाने अपने घर बुलाया। इस दौरान दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया जिससे वो बेहोश हो गए। पीड़ित जगदीश चंद्र जोशी का आरोप है कि बेहोशी की दशा में आरोपियों ने उनकी अश्लील वीडियो व फोटो बना ली। इसके बाद अश्लील फोटो और वीडियो दिखाकर उन्हें बदनाम करने की धमकी दी गई औऱ कुल 257,000 रुपए और एक मोबाइल फोन जबरन वसूल लिए। पति पत्नी बार-बार वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देकर और पैसों की मांग कर उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। आरोपी किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और धारा 308(5) BNS के तहत वैभव अग्रवाल पुत्र महेश शर्मा, बबीता अग्रवाल उर्फ विधि पत्नी वैभव अग्रवाल निवासी शिव कॉलोनी वार्ड न-17 खटीमा थाना खटीमा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया। जांच में एविडेंस पाए जाने पर पूछताछ के लिए दंपत्ति को थाने बुलाया गया जहां दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान बबीता ने बताया कि वे आरटीआई कार्यकर्ता हैं और सूचना के अधिकार का भय दिखाकर लोगों को डराते और धमकाते थे।