उत्तरकाशी: यमुनोत्री हाईवे पर सर्द मौसम में भी चट्टानों के दरकने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को पहाड़ी से बोल्डर गिरने से एक होटल क्षतिग्रस्त हो गया. होटल स्वामी और उसके परिवार ने भागकर अपनी जान बचाई. स्थानीय लोगों का कहना है कि चारधाम परियोजना के तहत सड़क के चौड़ीकरण की कार्यदायी संस्था और विभागीय लापरवाही बड़े हादसे को न्यौता दे रही है.
स्थानीय लोगों के अनुसार रविवार सुबह खरादी के पास चट्टानें दरकने के कारण यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया. जिस कारण बड़कोट तहसील के एक बड़े क्षेत्र का संपर्क तहसील मुख्यालय और जिला मुख्यालय से कट चुका है. वहीं चट्टान दरकने के कारण एक होटल भी क्षतिग्रस्त हो गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि होटल दूसरी बार क्षतिग्रस्त हुआ है.
होटल स्वामी का कहना है कि घटना की सूचना के बाद भी प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे. पूर्व में भी एसडीएम सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने खरादी में निरीक्षण किया था. लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. एनएच विभाग के अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे का कहना है कि हाईवे खोलने के लिए मशीनरी भेज दी गई है. साथ ही ट्रीटमेंट के लिए भी योजना तैयार की जा रही है.