अल्मोड़ा : वैश्विक महामारी कोरोना से जंग के बीच अल्मोड़ा मेडिकल कालेज ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यहां कोविड-19 की टेस्टिंग के लिए राज्य की पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला बन कर तैयार हो गई है। सैंपलिंग की गुणवत्ता को पीजीआई चंडीगढ़ की हरी झंडी से उत्साहित प्राचार्य प्रोफेसर डा. रामगोपाल नौटियाल ने कहा कि सोमवार से कोरोना की विधिवत जांच शुरू कर दी जाएगी। इससे अल्मोड़ा समेत पहाड़ के चारों जनपदों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
कोरोना की जांच के मामले में सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय (एसटीएच) हल्द्वानी पर पर्वतीय जिलों की निर्भरता अब खत्म हो जाएगी। वहीं एसटीएच पर स्वैब नमूनों की टेस्टिंग का बोझ भी कम होगा। प्राचार्य डा. रामगोपाल नौटियाल के प्रयासों से अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में प्रदेश की पहली हाइटेक कोरोना टेस्टिंग लैब ने मूर्तरूप ले लिया है। पीजीआइ चंडीगढ़ के विशेषज्ञों ने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज में लिए गए स्वैब नमूनों की जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता को उत्कृष्ट पाया है। अब अल्मोड़ा में सोमवार से कोरोना टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।
रोजाना 300 नमूनों की होगी जांच
तीन करोड़ रुपये की लागत से तैयार हाइटेक प्रयोगशाला में कोरोना के साथ ही ऐसे ही घातक अन्य वायरस की जांच भी संभव होगी। हालांकि अभी वैश्विक महामारी पर ही फोकस रहेगा। दो अत्याधुनिक मशीनों से प्रतिदिन 300 नमूनों की जांच होगी। जल्द ही 70 से 80 लाख की लागत से दो और मशीनें स्थापित की जानी हैं। इससे टेस्टिंग की क्षमता बढ़कर 800 प्रति दिन हो जाएगी।
मेडिकल कालेज की हाइटेक लैब में प्रयोग के तौर पर हमने टेस्टिंग तो शुरू कर दी है। पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञों ने कोरोना संबंधी हमारी रिपोर्टिग की गुणवत्ता को उमदा पाया है। सोमवार से हम विधिवत टेस्टिंग शुरू कर देंगे। इससे हल्द्वानी पर बोझ कम होगा। विशेष तौर पर पर्वतीय जिलों को लाभ होगा। टेस्टिंग व रिपोर्ट समय पर हो सकेगी। दो मशीनें और लगा रहे हैं। इससे हमारी टेस्टिंग की क्षमता और बढ़ जाएगी।
– डा. रामगोपाल नौटियाल, प्राचार्य अल्मोड़ा मेडिकल कालेज’