देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर उत्तराखंड चारधाम के कपाट तो तय समय पर खोल दिए गए, लेकिन अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 25 जुलाई से चारधाम की यात्रा विधिवत रूप से सशर्त शुरू की गई थी. लेकिन उस दौरान धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए हवाई सेवाएं शुरू नहीं की गई थी. लेकिन अब केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए 9 अक्टूबर से हेली सेवा शुरू हो रही है. जिस पर गुरुवार की शाम तक डीजीसीए से अनुमति मिलने की उम्मीद है.
चारधाम यात्रा सीजन को देखते हुए उड्डयन विभाग ने हेली सेवाओं के लिए मार्च महीने में 9 हेली एविएशन को टेंडर आवंटित किया था. जिसके तहत फाटा, सिरसी, गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए हेलीसेवा संचालित की जानी थी. यही नहीं, फाटा और सिरसी से केदारनाथ तक हेली सेवा के लिए किराये की दरें भी तय की गई थी. उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने हेलीकॉप्टर में फाटा से केदारनाथ जाने के लिए श्रद्धालुओं को 2,360 रुपये, सिरसी से केदारनाथ के लिए 2,349 रुपये और गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए 3875 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया है.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि केदारनाथ के लिए 9 अक्टूबर से हेली सेवाएं प्रारंभ हो जाएंगी. जिसमें डीजीसीए आज देर शाम तक अनुमति मिलने की उम्मीद है. पर्यटन सचिव ने कहा कि केदारनाथ धाम में अब तक जिन नौ कंपनियों के पास हेली सेवाओं का टेंडर था, उनमें से आठ कंपनियों ने हेली सेवाएं प्रदान करने के लिए अपनी अनुमति दे दी है. यही नहीं, डीजीसीए द्वारा केदारनाथ धाम में हेली सेवाएं देने वाली सभी कंपनियों का स्थलीय निरीक्षण भी किया गया था. जिसकी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है.
सचिव पर्यटन ने कहा कि केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम में देवस्थानम् बोर्ड द्वारा प्रतिदिन 3,000 यात्रियों को दर्शन करने के लिए अनुमति दी गई है. जिसमें हेली सेवाओं से जो यात्री दर्शन करना चाहेंगे, वह 3000 से अतिरिक्त होंगे. हेली सेवाओं के माध्यम से बाबा केदारनाथ का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु गढ़वाल मंडल विकास निगम के वेब पोर्टल प