उत्तरकाशी : उत्तराखंड में बारिश ने फिर भारी तबाही मचा डाली है। यमुनोत्री धाम में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। यमुनोत्री धाम से प्रत्यक्षदर्शी यमुना के पुजारी गौरव उनियाल ने बताया कि यमुना नदी रात करीब 12 बजे अचानक अपने रौद्र रूप में आने से अफरातफरी मच गई। लोग दहशत में आ गए कुछ समय बाद यमुना नदी सामान्य रूप से हो जाने से धाम में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली।
यमुनोत्री में लगातार भारी वर्षा होने के कारण यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिससे मंदिर परिसर के नीचे का तट बन्द बह गया है। मंदिर परिसर के रसोईघर जोड़ने वाला रास्ता की दीवार छतिग्रस्त हो गई है। स्नान घाट से लेकर मंदिर को जाने वाला मार्ग और मंदिर को जोड़ने वाले पुल की सुरक्षा दीवार भी छतिग्रस्त हो गई है।
जानकारी के अनुसार रात 12 बजे के लगभग जानकीचट्टी में बनी पार्किंग तक पानी पहुंच गया। पार्किंग में खड़ी गाड़ियाँ पानी और मलबे में आधी- आधी डूब गई। पार्किंग में बनी दुकानों में सो रहे मज़दूरों ने किसी तरह भाग कर जान बचाई। प्रशासन ने रात में ही यमुना नदी के किनारे हनुमान चट्टी, स्याना चट्टी और खरादी आदि स्थानों पर माइक से अनाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क किया ।
यमुनोत्री में राम मंदिर पर स्थित पंजीकरण सत्यापन केंद्र के यमुना नदी के तीव्र बहाव के कारण पूर्णतया क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। यमुनोत्री धाम में पुजारी महासभा के यमुना नदी के किनारे के कक्ष क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा स्ट्रीट लाइट भी क्षतिग्रस्त हुई है तथा मंदिर का जनरेटर भी बह गया है।
जानकीचट्टी क्षेत्र में रात्रि में हुई अतिवृष्टि से जानकीचट्टी में 03 खच्चर बहने की सूचना है व 01 मोटरसाइकिल और जानकीचट्टी पार्किंग के नीचे का कटाव एवं शुभम प्लेस होटल के आगे रोड के दीवार क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।पुलिस टीम मौके पर मौजूद है वर्तमान में स्तिथि सामान्य हैं। NH बड़कोट द्वारा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-हनुमानचट्टी के पास बनास के पास,डाबरकोट के पास गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगह से बाधित है बीआरओ द्वारा रोड को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।