उत्तरकाशी : देश के विभिन्न शहरों और मंदिरों में गंगोत्री से डाक के जरिये भेजे जा रहे गंगा जल की मांग लगातार बढ़ रही है। उत्तरकाशी के डाकघर में गंगा जल की पैकिग का कार्य लगातार जारी है और 21 जनवरी तक 314400 बोतल गंगा जल मुख्य डाकघर देहरादून के लिए भेजा जा चुका था। वहां से उसे देश के 22 डाक सर्किलों के तीन हजार डाकघरों तक पहुंचाया गया। इसके अलावा उत्तरकाशी डाकघर में एक लाख बोतलों की पैकिग का कार्य चल रहा है।
गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों की ओर से देशभर में अपने यजमानों को पीढि़यों से गंगा जल पहुंचाया जाता रहा है। इस परंपरा के तहत वे आज भी शीतकाल के दौरान गंगा जल लेकर देश के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण करते हैं। लेकिन, वर्ष 2018 से डाक विभाग देश के कोने-कोने में गंगा जल की बोतलें पहुंचा रहा है। इसके लिए अक्टूबर 2018 में डाक विभाग की ओर से डाकघर उत्तरकाशी में बॉटलिग प्लांट लगाया गया। गंगोत्री से गंगा जल लाकर उत्तरकाशी डाकघर में बॉटलिग की जाती है। बोतलों पर रैपर लगाकर और उनकी पैकिग कर गंगा जल को मुख्य डाकघर देहरादून और वहां से देश के विभिन्न शहरों व मंदिरों में भेजा जाता है।
उत्तरकाशी डाकघर के पोस्टमास्टर राकेश रजवार बताते हैं कि गंगोत्री से लाए गंगा जल से गाद हटाने के लिए उसे यहां बॉटलिंग प्लांट में फिल्टर किया जाता है। फिर उसे 30-30 एमएल की बोतलों में पैक कर देहरादून भेजा जाता है। गंगा जल की कीमत 30 रुपये प्रति बोतल रखी गई है। बताया कि प्लांट में 20 स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल रहा है। अभी तक एक लाख बोतलों में गंगा जल पैक हो चुका है और उन पर रैपर लगाने का कार्य चल रहा है। इसके बाद बोतलों की पैकिग कर मुख्य डाकघर देहरादून भेजा जाएगा। बताया कि गंगा जल की सबसे अधिक मांग मंदिरों और प्रमुख धार्मिक आयोजनों से आती हैं।
वर्ष, बोतल
2018-19, 1,35,600
2019-20, 4,44,816
2020-21, 3,14,400 (21 जनवरी 2021 तक)
(नोट: इसके अतिरिक्त एक लाख बोतलों की पैकिग का कार्य चल रहा है।)