नई दिल्ली/गाजियाबाद। 15 अक्टूबर की रात से गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली में गंगाजल की आपूर्ति बंद हो जाएगी। इसके चलते लाखों निवासियों को पेयजल की किल्लत झेलनी होगी। पहली बार गंगनहर की सफाई के लिए एक महीने के लिए गंगाजल की आपूर्ति को बंद किया जा रहा है। गंगनहर से सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को 270 क्यूसेक और भागीरथी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को 200 क्यूसेक गंगाजल की आपूर्ति होती है। इससे दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा के कई लाख निवासियों को दशहरा और दीपावली पर गंगाजल नहीं मिलेगा। यह समस्या 30 दिन तक रहेगी। वसुंधरा, वैशाली और इंदिरापुरम की आधा दर्जन पाश कालोनियों में भी गंगाजल की आपूर्ति नहीं होगी।
ड्रोन से होगी वीडियोग्राफी
सिल्ट सफाई से लेकर जो भी कार्य गंगनहर में होना है। उससे पूर्व और पश्चात गंगनहर की ड्रोन से वीडियो ग्राफी कराए जाने के आदेश दिए गए हैं। इसकी वीडियो मेरठ कार्यालय में जमा की जाएगी। ¨सचाई विभाग ने सफाई के नाम पर सरकारी धन की बंदरबांट को रोकने के लिए इस बार यह नियम बनाया है।
वहीं, सिंचाई विभाग द्वारा गंगनहर की सफाई कार्य कराए जाने के कारण एक माह तक वसुंधरा जोन और इंदिरापुरम में गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो सकेगी। हालांकि, इस दौरान लोग को पानी की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए नगर निगम 95 ट्यूबवेल का इस्तेमाल करेगा, जिससे की वसुंधरा जोन में हर घर तक पानी की आपूर्ति हो सकेगी।
नगर निगम में जलकल विभाग के सहायक अभियंता योगेंद्र कुमार ने बताया कि वसुंधरा जोन स्थित कौशांबी, वैशाली, डेल्टा कॉलोनी और वसुंधरा में पानी की किल्लत न हो, इसके लिए नगर निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। पानी की आपूर्ति के लिए छोटे और बड़े मिलाकर कुल 95 ट्यूबवेल है। जिनका इस्तेमाल कर पानी स्टोर कर प्रत्येक घर तक पहुंचाया जाएगा। इसी तरह से इंदिरापुरम में पानी की आपूर्ति के लिए भी गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा भी ट्यूबवेल का सहारा लिया जाएगा, इंदिरापुरम में जीडीए के पास अपने अलग ट्यूबवेल हैं।
महेंद्र सिंह तंवर (नगर आयुक्त) का कहना है कि गंगाजल की आपूर्ति बंद होने के कारण लोग को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रत्येक घर तक पानी की आपूर्ति की जाएगी।