भीमताल (नेटवर्क 10 संवाददाता)। नैनीताल के जिले के चांफी गांव में इटली, फ्रांस और नीदरलैंड जैसे सेब का अच्छा खासा उत्पादन हो रहा है। ये सब हुआ है उत्तराखंड के एप्पल मैन सुधीर चड्डा की मेहनत से। इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड फार्म के निदेशक सुधीर चड्डा ने चांफी में इन सेबों की पैदावार की है। जुलाई से ये सेब मार्केट में आ जाएगा। आपको बता दें कि सुधीर चड्ढा ने अपनी नर्सरी में फ्रांस, इटली और नीदरलैंड में इस्तेमाल होने वाली तकनीक से सेब की खास पौध तैयार की है।
इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड फार्म उन्नत किस्म के सेब की पौध भी बांटता है। उत्तराखंड के तमाम किसान इस फार्म की पौध ले जाकर अपना बगीचा बना रहे हैं। सुधीर चड्डा का कहना है कि अब तक करीब 135 किसान अपने सेब के बगीचे बना चुके हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है।
फार्म के निदेशक सुधीर चड्डा ने बताया कि फार्म में विदेशी प्रजाति के 900 पेड़ पिछले साल सात जुलाई को लगाए थे। एक साल के पेड़ में चार से पांच किलो फल आया है। कुल चार हजार किलो सेब अब तक तैयार हो चुका है। जुलाई में इसे बिक्री के लिए हल्द्वानी और दिल्ली की मंडी में भी भेजा जाएगा।
सुधीर चड्डा ने बताया कि एक साल पहले लगाया गया पौधा तुरंत फल देने लगा है, इससे सभी लोग चकित हैं। लेकिन इसमें चकित होने की बात नहीं है। ये पौधे हर साल अपना उत्पादन बढ़ाएंगे। उत्तराखंड में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जब एक साल के भीतर ही सेब का पौधा फल देने लगे।
सुधीर चड्डा ने बताया कि इस काम में उनका बेटा सुशांत चड्ढा, सिद्धांत चड्ढा और बहु भूमिका उनका साथ दे रहे हैं। तीनों ने ही उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद सेब की खेती करने की ठानी। चड्डा ने बताया कि इस काम में 25 से 30 स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल रखा है।
सुधीर चड्ढा ने बताया कि फार्म में तैयार विदेशी प्रजाति की एक पौध को वह स्थानीय किसानों पांच सौ रुपये में बेच रहे हैं। कहा कि यही पेड़ हिमाचल और कश्मीर में 600 रुपये में बेचा जा रहा है। चड्ढा ने कहा कि उनके फार्म में तीन लाख पौधे तैयार हो चुके हैं। इन्हें वह उत्तरकाशी, नौ गांव, चकराता, आराकोट सहित तमाम जगहों में भेज चुके हैं।