देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बुधवार को अचानक दिल्ली दौरे पर पहुंच गए। त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह अचानक दौरा कई राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे रहा है। त्रिवेंद्र ने बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। रावत की नड्डा से उस समय मुलाकात हुई है, जब उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक, विधानसभा बैकडोर भर्ती, वन दारोगा भर्ती मामला गरमाया हुआ है। रावत पहले भी कई बार दिल्ली में आला नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।
भर्ती घपले को लेकर देहरादून में भारी संख्या में युवाओं ने सचिवालय कूच कर अपना विरोध दर्ज कराया है। त्रिवेंद्र ने उत्तराखंड के विकास से जुड़ी करीब दर्जनभर योजनाओं के बारे में नड्डा से विस्तार से बात की है। नड्डा से मुलाकात करने के बाद त्रिवेंद्र ने भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से पार्टी कार्यालय में भी मुलाकात की है। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से त्रिवेंद्र की करीब एक घंटे तक बातें हुईं हैं। पार्टी के आला नेताओं त्रिवेंद्र की मुलाकात से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
भर्ती घोटाले में किरकिरी होने के बाद भाजपा हाईकमान की भी उत्तराखंड सरकार पर नजर है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सख्ती दिखाते हुए सभी भर्ती घपले में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यूकेएसएसएससी भर्ती घपले में एसटीएफ द्वारा 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने विधानसभा बैकडोर भर्ती पर जांच भी बैठा दी है।