रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ वन क्षेत्र में अब केदारनाथ वन प्रभाग द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। यहां कोई भी ऐसी गतिविधियां संचालित न हो सके, जिससे वन्य जीवों के साथ ही प्रकृति और सेंचुरी को नुकसान पहुंच रहा है। इसके लिए वन प्रभाग पांच ड्रोन कैमरे खरीद रहा है। यह सभी कैमरे ऊखीमठ रेंज में ही निगरानी करते रहेंगे।
केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अधीन सेंचुरी क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा है। हालांकि दुगलविट्टा क्षेत्र रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के पास हो किंतु इससे ऊपरी क्षेत्र से लेकर तुंगनाथ, मद्महेश्वर, चन्द्रशिला, चोपता आदि क्षेत्रों में शीतकाल में भी बड़ी संख्या में पर्यटकों की आवाजाही होती है। साथ ही ऐसी संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता है कि इससे वन्य जीवों के साथ ही सेंचुरी को क्षति न पहुंच रही हो।
इसके लिए सेंचुरी क्षेत्र की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग 5 ड्रोन कैमरे खरीद रही है। यह पांचों कैमरे ऊखीमठ वन क्षेत्र में ही उपयोग में लाए जाएंगे। वन विभाग के मुताबिक यह ट्रायल के तौर पर खरीदे जाएंगे, कामयाबी मिलने पर और भी ड्रोन खरीदे जाएंगे। वहीं इससे इन क्षेत्रों की सुरक्षा भी बढ़ेगी। वन कर्मियों द्वारा कैमरों के माध्यम से यहां का फीडबैक भी लिया जाएगा ताकि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए होने वाले कार्यों की और भी बेहतर रूपरेखा तैयार की जा सके।
केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग द्वारा ऊखीमठ वन रेंज के लिए 5 ड्रोन इसी माह खरीदे जा रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य वन्य जीवों के साथ ही सेंचुरी क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाना है। ड्रोन की मदद से हम वन्य जीवों की पूरी पड़ताल कर सकेंगे। साथ ही उनकी सुरक्षा की दिशा में और बेहतर कार्य करेंगे।
अमित कंवर, डीएफओ केदारनाथ