ऋषिकेश (नेटवर्क 10 संवाददाता): उत्तराखंड से आज दो बड़ी खबरें सामने आईं। एक अच्छी खबर है और एक बुरी। अच्छी खबर ये है कि उत्त्तराखंड के दो और जिले यलो जोन घोषित हो गए हैं। ये दोनों जिले देहरादून और नैनीताल पहले रेड जोन में थे। बुरी खबर ये है कि उत्तराखंड में कोरोना से पहली मौत की जानकारी मिली। जबकि बाद में साफ किया गया कि महिला की मौत सिर्फ कोरोना के चलते नहीं हुई है बल्कि मौत की कुछ अन्य वजहें भी रहीं।
ऋषिकेश के एम्स में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। मरने वाली महिला नैनीताल के लालकुआं की रहने वाली थी। ब्रेन स्ट्रोक के बाद उसे इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश में एडमिट कराया गया था। महिला की तीसरी जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। बाद में मेडिकल टीम की तरफ से साफ किया गया कि महिला की मौत की वजह कोरोना के साथ साथ ब्रेन हैमरेज, ब्रेन स्ट्रोक और अन्य रही हैं।
महिला को दो मार्च को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। जिसके बाद परिजन उसे हल्द्वानी के बृजलाल हॉस्पिटल ले गए थे। 8 मार्च को उसे इलाज के लिए विवेकानंद हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। 19 अप्रैल तक महिला यहीं भर्ती रही। बाद में परिजन महिला को बरेली के श्रीराम मूर्ति हॉस्पिटल ले गए। 19 से 21 अप्रैल तक यहीं पर महिला का इलाज हुआ।
हालत में सुधार ना होने पर 22 अप्रैल की सुबह परिजन उसे ऋषिकेश एम्स ले आए। जहां इमरजेंसी में एडमिट करने के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। महिला के साथ उसका बेटा और बेटी भी थी। एम्स में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
आपको बता दें कि राज्य में कोरोना के अब तक 57 मामले सामने आ चुके हैं। 36 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के 21 एक्टिव केस हैं। मरीजों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।