देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड की एक और बेटी ने प्रदेश का नाम शीर्ष पर पहुंचाया है। आप भी देवभूमि की इस बेटी को सलाम करिए। इस बेटी का नाम है स्मिता देवरानी। स्मिता देवरानी को प्रथम मेजर जनरल (सेना ) का ओहदा हासिल हुआ है। स्मिता देवरानी मूल रूप से पौडी गढ़वाल के ब्लॉक दुगड्डा के निकट ग्राम डुंडेख ( डाडामण्डी) की रहने वाली हैं।
आपको यह जानकर अत्यंत खुशी होगी कि विधानसभा यमकेश्वर की रहने वाली देवभूमि की बेटी स्मिता देवरानी ने पूरे उत्तराखंड ही नहीं देश का नाम भी गर्व से ऊंचा किया है। स्मिता देवरानी सेना में ब्रिगेडियर के पद पर थीं । उनकी गौरवशाली सेना उपलब्धि को देखकर सरकार ने उन्हें मेजर जनरल की पदोन्नति हेतु चुना है।
मेजर जनरल स्मिता देवरानी प्रथम महिला मेजर जनरल बनी हैं । इस उपलब्धि के लिऐ उत्तराखण्ड की समस्त जनता की ओर से बहन स्मिता देवरानी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यमकेश्वर निवासी स्मिता देवरानी को भारतीय सेना में ब्रिगेडियर से मेजर जनरल पद पर पदोन्नत किए जाने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने अपने बधाई संदेश में कहा है की उनकी यह उपलब्धि प्रदेश एवं महिलाओं के लिए गौरव की बात है। उन्होंने देश व सेना के साथ ही प्रदेश का मान बढ़ाया है।
देवभूमि की इन महिलाओं के बारे में भी जानिए
बछेन्द्रीपाल-भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता …१९८५ में पद्मश्री से सम्मानित ….
हंसा मनराल-द्रोणाचार्य पुरुस्कार से सम्मानित होने वाली प्रथम महिला ….
ज्योति राव पाण्डेय-उत्तराखंड की प्रथम आई .ए. एस. महिला ….
माया टम्टा-भारत की प्रथम महिला मेजर जनरल ….
आइरिन पन्त-इनका जन्म डेनिअल पन्त के घर मल्ला कसून, अल्मोरा में हुआ.. और विवाह पाकिस्तान के प्रथम प्रधानमंत्री लियाकत अली खान के साथ हुआ ..वे १९५४ में नीदेर्लैंड में पाकिस्तान की राजदूत रहीं.
चंदेर्प्रभा ऐत्वाल-६१ साल की पर्वतारोही चंदेर्प्रभा ऐत्वाल को १९८१ में नंदादेवी अभियान की सफलता के लिए अर्जुन पुरूस्कार , १९९० में पदमश्री अरु १९९३ में नेशनल adventure अवार्ड से सम्मानित किया गया |
प्रो. सुशीला डोभाल-वे १९५८ में महादेवी कन्या डिग्री कॉलेज (देहरादून) में प्रधानाचार्य बनी | १९७७ में पहली बार और १९८४-८५ में वह दूसरी बार गडवाल विश्वविद्यालय की कुलपति बनी…इन्हें उत्तराखंड की प्रथम महिला कुलपति होने का गौरव प्राप्त है |
बंसंती बिष्ट-ऐतिहासिक वीर गाथाओ तथा जागर गायकी में वे उत्तराखंड की एकमात्र महिला गायिका हैं ..|
कबूतरी देवी-पिथोरागढ़ जिले के गाँव -kweetadh निवासी लोक गायिका कबूतरी देवी का जन्म काली कुमोऊ के लेटी में हुआ ..इनके लखनऊ और नजीबाबाद आकाशवाणी केन्द्रों से गाये गीत बहुत लोकप्रिय हुए …
गौरा देवी-चिपको आन्दोलन की प्रथम सूत्रधार महिला … १९८६ में प्रथम वृक्ष मित्र पुरुस्कार से सम्मानित ….
सुभाषिनी बर्थवाल-उत्तराखंड आन्दोलन के CBI मुकदमे झेलनी वाली एकमात्र महिंला हैं …वे २ सप्त. १९९४ हो हुए मसूरी कांड की प्रत्यक्षदर्शी रही हैं ….इन पर पुलिस क्षेत्राधिकारी उमाकांत त्रिपाठी की हत्या का झूठा आरोप लगाया गया था …वर्तमान में वे नगर पालिका मसूरी में सभासद रही …
विजया बर्थवाल- उत्तराखंड विधानसभा की प्रथम उपसभापति चुनी गई…