केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हवाला कारोबारी नरेश जैन को गिरफ्तार किया है. नरेश पर शैल कंपनियों और टूर एंड ट्रेवल एजेंसियो के जरिए करीब 90 हजार करोड़ रुपये के हवाला कारोबार का आरोप है. नरेश जैन के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़े हैं, दुबई और यूके पुलिस को भी नरेश को तलाश कर रही थी. नरेश पर करीब 11 हजार करोड़ रुपये का विदेशी हवाला कारोबार करने का भी आरोप है.
2007 में दुबई पुलिस ने नरेश को गिरफ्तार किया था, वहां से छूटकर नरेश फिर इंडिया आ गया था. 2009 में इसे NCB ने भी गिरफ्तार किया था. 2017 में प्रवर्तन निदेशालय ने FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत नोटिस भेजा था.
600 ज्यादा बैंक खातों का लिया सहारा
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा, ”नरेश जैन पर संदेह है कि उसने भारत में 600 से अधिक खातों का प्रयोग कर 95,000 करोड़ रुपये से अधिक के अवैध लेन-देन की सुविधा प्रदान की. एक वरिष्ठ ईडी अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम(पीएमएलए), 2002 की धाराओं के तहत जैन को गिरफ्तार किया.
नरेश 2016 से एजेंसियों की रडार में था
अधिकारी ने कहा कि नरेश जैन ने विभिन्न बहानों से विदेश में 11,500 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. नरेश जैन को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष बुधवार को पेश किया गया. दिल्ली का यह व्यापारी जांच एजेंसियों की रडार में 2016 से था.
अधिकारी ने दावा किया कि नरेश जैन कथित रूप से हवाला चैनल के जरिए फंड ट्रांसफर करने का एक अंतर्राष्ट्रीय सिंडिकेट चलाता है. वह इस कार्य को फर्जी कंपनी, टूर एंड ट्रेवल कंपनी और अपने बैंकिंग नेटवर्क के जरिए अंजाम देता था. (आईएएनएस इनपुट के साथ)