दिल्ली में नॉर्थ एमसीडी (MCD) के हॉस्पिटलों के डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों को तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिसको लेकर डॉक्टर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ‘उन्हें सैलरी के लिए तीन महीने का इंतजार करना पड़ता है, तीन महीने से उन्हें सैलरी नहीं मिली है.
डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों को समय पर सैलरी न दिए जाने को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) ने कहा, ‘MCD के अस्पताल हैं इसलिए MCD की जिम्मेदारी बनती है कि वो अस्पतालों को ठीक से चलाएं, डॉक्टर और स्टाफ को सैलरी ठीक से दे’. सत्येंद्र जैन ने कहा कि ‘दिल्ली सरकार का एमसीडी पर हजारों-करोड़ों रुपए बकाया है, मगर हम उनसे वो नहीं मांग रहे हैं. उन्होने कहा कि ‘फाइनेंस कमीशन के हिसाब से जो फार्मूला बना हुआ है, उतना पैसा उनको दे दिया गया है, कोई बकाया नहीं है, तीसरी किस्त जो तैयार है, वह अभी उन्हें दे दी जाएगी.
सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘हमने तो एमसीडी को प्रपोजल भी दिया है, अगर वो अस्पताल ठीक से नहीं चला पा रहे हैं तो हमें दे दें हम चला लेंगे. उन्होने कहा कि, ‘जैसे जल बोर्ड एमसीडी के पास था उनसे नहीं चला तो दिल्ली सरकार को दे दिया, फायर विभाग उनके पास था नहीं चला तो हमें दे दिया, ठीक वैसे ही अगर उनसे अस्पताल नहीं चल रहे तो वो दिल्ली सरकार को दे दें’. जैने ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘दिल्ली सरकार की एमसीडी चलाने की जिम्मेदारी नहीं है, एमसीडी चलाने की जिम्मेदारी उनकी है, जिन्होंने (बीजेपी) चुनाव जीता है’.