(नेटवर्क 10 संवाददाता): दुगड्डा ब्लॉक के ग्राम सभा जमरगड़ी के धरियाल सार गांव में बादल फटने की घटना सामने आयी है. बादल फटने के बाद ग्रामीणों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई. बादल फटने के कारण गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली एकमात्र पुलिया भी ढह गई. वहीं, ग्रामीणों के खेत में मौजूद आम, अमरूद और केले के पेड़ भी बह गए. ग्रामीणों के मुताबिक कोटद्वार तहसील इलाके में रविवार सुबह 3 से 7 बजे तक मसूलाधार बारिश हुई. इसी दौरान सुबह 6 बजे धरियाल सार गांव में अचानक बादल फट गया. गनीमत रही कि पानी खेत में मौजूद बड़े पत्थरों की वजह से दूसरी तरफ डायवर्ट हो गया.
क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बताया कि अगर फिर से मौसम खराब होता है तो गांव के लोगों पर खतरा मंडरा सकता है. अभी तक गांव के लोगों की रहने की कोई व्यवस्था नहीं की गई और प्रशासन की टीम ग्रामीणों की सुध नहीं ले रही है. स्थानीय निवासी विनोद कुमार का कहना है कि इलाके में लगातार तीन सालों से आसपास के क्षेत्र में बादल फट रहे है. इस समय गांव की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है. ग्रामीणों के लिए रात में ठहरने की व्यवस्था नहीं की गई और गांव में लगभग दो से ढाई सौ परिवार निवास करते हैं.
क्षेत्र पंचायत सदस्य आमसौड़ कुंदन सिंह ने बताया कि गांव की स्थिति बहुत ही भयावह हो चुकी है. गांव वालों की किस्मत अच्छी रही कि बादल फटने के बाद दो बड़े पत्थरों की वजह से पानी सीधा निकल गया. गांव में लगी सोलर लाइटें, खेत-खलियान, पानी की पाइपलाइन सब बह गए. अगर मौसम दोबारा खराब होता है तो गांव की स्थिति और भी भयानक हो जाएगी.