दिल्लीः मेल प्रॉस्टिट्यूशन और जिगोलो क्लब के नाम पर ठगी

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो पुरुषों को मेल प्रॉस्टिट्यूशन में लाने और जिगोलो क्लब का सदस्य बनाने के नाम पर ठगी कर रहा था. पुलिस ने शिकायत मिलने पर मामले की तस्दीक की और इसके बाद आरोपी के ठिकाने पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान अंकित कुमार के रूप में हुई है. फिलहाल, वह दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में रहता था.

दरअसल, वेस्ट दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को उत्तम नगर निवासी राकेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि फ्रेंडशिप और जिगोलो क्लब ज्वाइन कराने के नाम पर एक शख्स ने उससे 11 हजार ऐंठ लिए और उसे क्लब की सदस्यता भी नहीं दिलाई. शिकायत मिलने के बाद साइबर सेल ने एक टीम गठित की और मामले की छानबीन शुरू कर दी.

इसी दौरान खुफिया जानकारी और टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने बीती 20 अक्टूबर को आरोपी के ठिकानों पर रेड की और आरोपी अंकित कुमार को उत्तम नगर में उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया. अहम बात ये है कि उसके खिलाफ कई सबूत पुलिस ने मौके से बरामद किए हैं. आरोपी अंकित कुमार बिहार के खगड़िया जिले का रहने वाला है.

अंकित की उम्र महज 20 साल है. उसके पास से जो फोन बरामद हुआ है, उससे यह बात पता चली कि वह जिसको भी कॉल करता था. उसकी जानकारी वेबसाइट पर डालता था. इस वेबसाइट के बारे में भी सब जानकारी मिल गई. वह अपने शिकार से बैंक अकाउंट, पेटीएम के माध्यम से पैसे मंगवाता था. साइबर सेल को उसके बैंक के अकाउंट में कुल 23 लाखों रुपये होने का पता चला है.

जानकारी के अनुसार अंकित कुमार ने gigolo job India नाम से एक वेबसाइट बना रखी है. उस पर अपना मोबाइल नंबर दे रखा है. उसने वेबसाइट पर फ्रेंडशिप और जिगोलो क्लब की सदस्यता के लिए अलग-अलग पैकेज की जानकारी दे रखी थी. साथ ही वह लोगों को इस काम से अच्छी खासी कमाई करने का भरोसा भी दिलाता था. इसी वजह से लोग उसके जाल में फंसते चले गए. वह पैसे का लेनदेन ऑनलाइन ही करता था. एक बार पैसा मिल जाने के बाद वह सामने वाले का नंबर ब्लॉक कर देता था.

पुलिस को पता चला कि आरोपी अंकित केवल 12वीं पास है. अंकित कई लोगों से जिगोलो क्लब की सदस्यता दिलाने के नाम पर ठगी कर चुका है. साइबर सेल की टीम ने आरोपी अंकित कुमार के पास से तीन मोबाइल फोन, 4 सिम कार्ड, एक लैपटॉप बरामद किए हैं. उसके बैंक अकाउंट संबंधी दस्तावेज भी जब्त कर लिए गए हैं. फिलहाल, पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फ्रॉड क्लब के नाम पर ठगी के गोरखधंधे में वह अकेला था या उसके साथ कुछ और लोग भी शामिल थे.

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