ट्रिनिटी द्वारका के 10वें दीक्षांत समारोह में 218 छात्रों को मिली डिग्री, VC डॉ महेश वर्मा ने दिए ख़ास ‘टिप्स’’

नई दिल्ली: ट्रिनिटी  इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (‘टिप्स’), द्वारका का दसवां वार्षिक दीक्षांत समारोह आजदीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी, के एम्फीथिएटर में आयोजित किया गया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. आर.के. टंडन,  ने मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा , इंजीनियर इंडिया लिमिटेड के डॉयरेक्टर जय प्रकाश तोमर, और गुरु गोविन्द सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा का बुके और मोमेंटो देकर स्वागत किया और कार्यक्रम में आने के लिए आभार भी व्यक्त किया।

समारोह की शुरूआत विशिष्ट अतिथियों द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती के ‘दीप प्रज्ज्वलन’ के साथ हुई। इस अवसर पर छात्रों के द्वारा ‘सरस्वती वंदना’ भी हुई। इस दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथियों के द्वारा डिग्री वितरण समारोह की शुरुआत की गई जिसमें सबसे पहले टॉपर्स को गोल्ड मेडल दिए गए और फिर कुल 218 छात्र-छात्राओं को स्नातक की डिग्री प्रदान की गई। डिग्री प्राप्त किए छात्र जनर्लिज्म, कंप्यूटर सी.एस.आईटी और मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के थे।

मुख्य अतिथि लोकसभा के सांसद परवेश वर्मा ने अपने भाषण की शुरूआत जय श्री राम के जयघोष के साथ किया। उन्होंने छात्रों को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से मिली शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि वे अपनी शिक्षा को समाज और देश की भलाई में लगाएं वहीं इंजीनियर इंडिया लिमिटेड के निदेशक और सम्मानित अतिथि जय प्रकाश तोमर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन आपके लिए ऐतिहासिक दिन है, ये दिन हर किसी को नहीं मिलता। हर किसी छात्र को ट्रिनिटी जैसे संस्थान में पढ़कर आईपी यूनीवर्सिटी से डिग्री मिलने का सौभाग्य नहीं मिलता, आपको मिली इस डिग्री से आपके करियर और जीवन में नया सवेरा आएगा, आपको नए जोश के साथ अपने देश को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करना होगा। इसी के साथ उन्होंने छात्रों को उनके उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) महेश वर्मा ने छात्रों को अहम टिप्स दिए। उन्होंने छात्रों से लर्न, अनलर्न और रि-लर्न का सूत्र दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि पहला लक्ष्य बड़े सपने देखने का रखो दूसरा लक्ष्य उन सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत, धैर्य और सतत रुप से सीखते रहना चाहिए। डिग्री पाने वाले छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी शिक्षा का उपयोग अपने परिवार, अपने समाज, अपने देश के लिए करते हैं उन्हीं को दुनिया याद रखती है बाकी पैसे तो हर कोई कमा कर अपना जीवन यापन कर लेता है। उन्होंने संस्थान के चेयरमैन, डॉयरेक्टर, फैकल्टी मेंबर्स, के साथ साथ स्टूडेंट्स और उनके पैरेंटस को भी बधाई दी।

इस अवसर परट्रिनिटी के चैयरमैन डॉ. आर.के. टंडन नेबेस्ट टीचर अवार्ड की घोषणा भी की।ये अवार्ड सी.एस.आईटी विभाग की डॉ अपर्णा चतुर्वेदी को मिला। उन्होंने चेयरमैन को धन्यवाद देते हुए ये अवार्ड अपने साथी शिक्षकों को समर्पित किया।

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