देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड में एम्स में एक महिला की मौत हुई है। मीडिया जगत बता रहा है कि महिला की मौत कोरोना से हुई है जबकि स्वास्थ्य विभाग ने अपना जो कोरोना बुलेटिन जारी किया है उसमें साफ लिखा है कि महिला की मौत की वजह कोरोना नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ने अपने कोरोना बुलेटिन में महिला की मौत की वजह टाइप-2 रेस्पाइरेटरी फेलियर बताया है। यानि सांस न लिए जाने के चलते मौत हुई है। ये मौत ऋषिकेश एम्स में हुई है। बताया गया है कि महिला बिजनौर की रहने वाली थी और कैंसर से जूझ रही थी। बताया गया है कि इस महिला का पिछले दो माह से एम्स में कैंसर का उपचार चल रहा था। एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने महिला की मौत की पुष्टि की है। महिला 10 मार्च से 29 अप्रैल तक एम्स में भर्ती थी। निदेशक ने बताया कि महिला की कैंसर की सर्जरी की गई थी। उसके बाद वह घर चली गई थी। 9 मई को एक बार फिर जांच के लिए वह अस्पताल आई। फिर से परेशानी होने पर 19 मई को महिला को भर्ती किया गया था। उसी रोज महिला का सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। 20 मई को महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। और वह कोविड-19 वार्ड में भर्ती थी, जहां शुक्रवार को महिला की मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड 19 से मौत होने से इनकार किया है। आपको बता दें कि एम्स में पहले भी एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने उसकी मौत के पीछे कोरोना के साथ साथ ब्रेन हैमरेज को भी वजह माना था।