देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। त्रिवेंद्र रावत की सरकार में जिनको दर्जाधारी मंत्री बनाया गया था उनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। दर्जाधारियों की जल्दी ही कुर्सी जा सकती है। इसके लिए केंद्र ने भी हरी झंडी दे दी है। अब आखिरी फैसला मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को लेना है। तीरथ सिंह रावत का कहना है कि अभी संगठन से इस बारे में बात नहीं हो पाई है। स्वस्थ होते ही समीक्षा की जाएगी।
माना जा रहा कि पार्टी और संगठन के लिए और अधिक समर्पित कार्यकर्ताओं की नई सूची तैयार की जाएगी। त्रिवेंद्र सरकार में 114 भाजपा नेताओं को दायित्व सौंपे गए थे। त्रिवेंद्र रावत की विदाई के साथ ही अब इनकी कुर्सी पर भी संकट खड़ा हो गया है। सूत्रों ने बताया कि आरएसएस इन्हें हटाने की पैरवी कर रहा है। बीती 26 मार्च को उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम के दून के दो दिवसीय दौरे की प्रमुख वजह भी इसे ही बताया जा रहा है। गौतम सीएम तीरथ को हाईकमान का यह संदेश दे चुके हैं। वे सीएम को यह भी सलाह दे गए हैं कि प्रांतीय अध्यक्ष मदन कौशिक और प्रांतीय महामंत्री अजेय कुमार के साथ बैठक कर इस पर जल्द फैसला ले लें।