सरकार ने गुरुवार को कोविड -19 के प्रसार को आइसक्रीम और ठंडा उत्पादों से जोड़ने के दावों को खारिज कर दिया। पीआईबी ने एक ट्वीट में स्पष्ट किया कि “विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया है कि आइसक्रीम से कोरोना दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है”। पीआईबी ने एक ट्वीट में लिखा-
दावा: कुछ ऐसी जानकारी वायरस हो रही है कि आइसक्रीम और अन्य ठंडा उत्पाद खाने से कोरोना संक्रमण फैल सकता है।
वास्तविकता: WHO पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
कोरोना को लेकर झूठे दावों की सूची में ये सबसे नया फर्जी दावा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के पास कोविड -19 ‘मिथ बस्टर्स’ पर एक पेज है, जो लोगों को घातक वायरस के बारे में जागरूक और सूचित रहने में मदद करता है। WHO ने पहले साफ किया था कि अपने सूप या अन्य भोजन में काली मिर्च डालना COVID-19 को रोकता या ठीक नहीं करता है।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलो में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। देशभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 33 हजार पार कर गई है। पिछले 12 घंटे में कोरोना वायरस के 1263 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 66 लोगों की मौत हो गई है। गुरुवार को जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 33050 हो गए हैं और इस खतरनाक कोविड-19 से अब तक 1074 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 33050 केसों में 23651 एक्टिव केस हैं, वहीं 8325 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। कोरोना वायरस से सर्वाधिक 432 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। यहां अब इस महामारी से पीड़ितों की संख्या 11940 हो गई है।