देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड में कभी भी बड़ा कोरोना बम फैट सकता है यानी यहां किसी भी दिन एक साथ कोरोना के कई मरीज़ सामने आ सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि यहां सैंपल की जांच का बैकलॉग बड़ा हो चुका है।
दरअसल प्रदेश में सैंपलों की वेटिंग सात हजार तक पहुंच गई है। इन सभी सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने पर प्रदेश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ सकता है। प्रदेश में अब तक 27 हजार से अधिक सैंपलों की जांच गई है। जिसमें एक हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
इसको लेकर कांग्रेस सियासत भी करने लगी है और सरकार पर हमला कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि सरकार टेस्टिंग सैंपलों की वेटिंग को कम नहीं कर पा रही है, जिससे संक्रमण का ख़तरा बढ़ रहा है। कांग्रेस पहले ही आरोप लगा चुकी है की यदि टेस्ट तेज़ी से होते तो प्रदेश के पहाड़ कोरोना मुक्त होते,लेकिन सरकार अकड़े छुपाने में जयदा ध्यान है।कोंग्रेस के आरोपो पर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा की प्रदेश में सैंपलिंग में तेजी आने के साथ ही बड़ी मात्रा में सैंपलों की वेटिंग बढ़ गई है।
आईआईपी देहरादून में भी सैंपलों की जांच के लिए लैब शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार की ओर से सैंपल जांच की सुविधा के लिए केंद्र सरकार से बात हुई है। वहीं, सरकार चार से पांच राज्यों में निजी लैब से सैंपल जांच के रेट का आकलन कर रही है। दो-तीन दिन के भीतर निजी लैब में टेस्टिंग पर निर्णय लिया जाएगा। आने वाले समय में सैंपलिंग बढ़ाना और वेटिंग संख्या को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।