दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने केजरीवाल की ईडी रिमांड 1 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है। इससे पहले कोर्ट में 39 मिनट सुनवाई चली। केजरीवाल ने खुद अपने केस की पैरवी की। वे ऐसा करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री हैं।
ईडी को केजरीवाल की रिमांड क्यो चाहिए थी। इसकी वजह भी बताई गई। ईडी ने कहा कि गोवा के आम आदमी पार्टी के नेताओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। हमें उन लोगों से अरविंद केजरीवाल का सामना करना है। पूछताछ भी करनी है। इसलिए न्यायिक हिरासत की और जरूरत है। दरअसल, आप गोवा अध्यक्ष अमोल पालेकर, रामाराव वाघा और दो अन्य को ईडी ने तलब किया गया है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राउज एवेन्यू कोर्ट में दिए अपने बयान में दावा किया है कि उन्होंने मनीष सिसोदिया को कुछ दस्तावेज दिए थे। उन्होंने कहा कि कई नौकरशाह और विधायक नियमित रूप से उनके आवास पर आते थे। क्या अलग-अलग लोगों द्वारा दिए गए चार बयान एक मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट में सीएम केजरीवाल ने चुनावी बांड के मुद्दे पर बयान दिया और कहा कि बीजेपी को पैसा मिल रहा है। ईडी ने अरविंद केजरीवाल के बयान का विरोध किया है।
केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मामले में लोगों को सरकारी गवाह बनाया जा रहा है और उन्हें अपने बयान बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यह आरोप लगाया जा रहा है कि यह 100 करोड़ रुपये का घोटाला था।