देहरादून: सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को रेस्क्यू कर चिन्यालीसौंड़ अस्पताल ले जा गया था। जहां से उन्हें एयर लिफ्ट कर चिनूक ऋषिकेश एम्स पहुंच चुका है। ऋषिकेश एम्स में सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
बचाए गए श्रमिकों को 24 घंटे डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है। अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्च सरकार उठाएगी। इनके अलावा मजदूरों और उनके परिजनों के खाने, रहने की भी व्यवस्था भी सरकार कर रही है।
#WATCH | Uttarkashi tunnel rescue | IAF's transport aircraft Chinook, carrying 41 rescued workers, lifts off from Chinyalisaur. It is being flown to AIIMS Rishikesh for the workers' further medical examination. #Uttarakhand pic.twitter.com/SgcMOLfjng
— ANI (@ANI) November 29, 2023
धामी सरकार ने सभी 41 मजदूरों के लिए पेड लीव का ऐलान किया है, जिससे वह अपने परिवारों के साथ समय बिता सकें। इस से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में प्रारंभिक जांच हेतु भर्ती सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए श्रमिकों का हाल-चाल जानने पहुंचे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने टनल से रेस्क्यू किए प्रत्येक श्रमिक को ₹ 1- 1 लाख की सहायता राशि के चेक प्रदान करने के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतिम दौर में पाइप पुशिंग हेतु रैट माइनिंग तकनीक से मैन्युअल खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।