चीन ने लॉन्च किए तीन ‘रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट्स’, आखिर क्या है ड्रैगन इरादा?

चीन (China) ने देश के दक्षिणपश्चिमी सिचुआन प्रांत (Sichuan province) के शिचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर (Xichang Satellite Launch Centre) से तीन नए ‘रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट्स’ का सफलतापूर्वक लॉन्च किया है. आधिकारिक मीडिया ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अपनी खबर में बताया कि ये सैटेलाइट ‘याओगान-35 श्रेणी’ (Yaogan-35 Category) के हैं और इन्हें ‘लॉन्ग मार्च-2डी’ कैरियर रॉकेट (Long March-2D carrier rocket) के माध्यम से लॉन्च किया गया और ये निर्धारित कक्षाओं में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गए.

यह ‘लॉन्ग मार्च श्रेणी के कैरियर रॉकेट (Long March series carrier rockets) का 396वां अभियान था. इससे पहले मार्च 2019में चीन के ‘लॉन्ग मार्च-3बी रॉकेट’ (Long March-3B rocket) ने नए दूरसंचार सैटेलाइट को कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कराकर अपना 300वां प्रक्षेपण पूरा किया था. ‘लॉन्ग मार्च’ श्रेणी के कैरियर रॉकेट का निर्माण ‘चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन’ (China Aerospace Science and Technology Corporation) ने किया है और इसके जरिए देश के करीब 96.4 प्रतिशत लॉन्च किए गए हैं.

अंतरिक्ष मलबे को कम करने वाले सैटेलाइट को लॉन्च किया

लॉन्ग मार्च रॉकेट को अपने 100 लॉन्च पूरा करने में 37 साल लगे. अगले 100 लॉन्च इसने 7.5 साल में पूरा कर लिए और अपने अंतिम 100 लॉन्च तो इसने महज 4 चार साल में पूरे किए हैं. पिछले महीने के अंत में चीन ने अंतरिक्ष मलबे को कम करने वाली प्रौद्योगिकियों का परीक्षण और सत्यापन करने के लिए एक नया सैटेलाइट सफलतापूर्वक लॉन्च किया था. इसे भी दक्षिण पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत के शीचांग सैटेलाइनट लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया गया. शिजियान-21 नाम के इस सैटेलाइट को लॉन्ग मार्च-3बी वाहक रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया और यह सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में प्रवेश कर गया.

सौर अन्वेषण सैटेलाइट को भी किया लॉन्च

वहीं, 14 अक्टूबर को चीन ने उत्तरी शांक्सी प्रांत के ताइयुआन उपग्रह लॉन्च सेंटर से अपना पहला सौर अन्वेषण सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजा. सैटेलाइट को ‘लॉन्ग मार्च-2डी’ रॉकेट के जरिये लॉन्च किया गया और उसने सफलतापूर्वक अपनी नियोजित कक्षा में प्रवेश किया. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार, एक ही वाहक रॉकेट का उपयोग करके एक कक्षीय वायुमंडलीय घनत्व का पता लगाने वाले प्रायोगिक उपग्रह और वाणिज्यिक मौसम संबंधी जानकारी हासिल करने के लिए एक प्रायोगिक उपग्रह सहित दस छोटे उपग्रहों को भी अंतरिक्ष में भेजा गया. चीन का इरादा स्पेस में अपनी बढ़त हासिल करना है.

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