देहरादून: अगले तीन तक उत्तराखंड में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार को भारी से भारी बारिश की आशंका है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुंच कर जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी एवं एसडीआरएफ की टीमों को प्रभावितों की हर संभव सहायता एवं जल निकासी हेतु त्वरित एवं प्रभावी कदम उठाने हेतु निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जिला प्रशासन को प्रभावितों तक खाद्य सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने तथा जलभराव के कारण उत्पन्न होने वाली विभिन्न बीमारियों के प्रति पहले से ही सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि प्रदेश में गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इसके अलावा बरसाती नदियां भी उफान पर हैं। शासन प्रशासन की ओर से नदी तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है। अलकनंदा और भागीरथी सहित टोंस व यमुना का जलस्तर लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ा हुआ है।
वहीं रुड़की के खानपुर क्षेत्र में बुधवार को दो जगह तटबंध टूटने से बाढ़ आ गई थी। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे। इससे पहले उन्होंने देहरादून में आपदा कंट्रोल रूम में प्रदेश में अतिवृष्टि और आपदा राहत कार्यों की समीक्षा की। साथ ही अधिकारियों को प्रभावितों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
कोटद्वार से खबर है कि भारी बारिश के बाद कोटद्वार भाबर मार्ग पर मालन पुल अचानक टूट गया। जिसके चलते यहां आवागमन पूरी तरह से ठप है। साथ ही भारबर क्षेत्र का कई गांव से संपर्क टूट गया है।
भारी बारिश औऱ भूस्खलन से प्रदेश में 449 सड़कें बंद हैं। इस मानसून सीजन में सड़कों के बंद होने की यह पहली बड़ी संख्या है।