हल्द्वानी (नेटवर्क 10 संवाददाता ): फलों का राजा आम बाजारों में भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. लोग अपने मन पसंदीदा आम की तरह-तरह की वैरायटी का खूब स्वाद ले रहे हैं. लेकिन फलों का राजा आम कहीं आपका सेहत को खराब न कर दे, ऐसे में इसे लेकर आपको सावधान होने की जरूरत है. क्योंकि इस बार गर्मी और लू नहीं पड़ने के चलते प्राकृतिक रूप से आम नहीं पक पाया है. ऐसे में काश्तकार आमों को पकाने के लिए कैलशियम कार्बाइड सहित कई रसायनों का प्रयोग कर रहे हैं. जो आपके लिए कैंसर साबित हो सकता है.
हल्द्वानी में अलग-अलग किस्म का आम ₹20 किलो से लेकर ₹50 रुपए किलो तक बिक रहा है. बाजर में दशहरी, लंगड़ा चौसा, कलमी, बंबइया सहित कई वैरायटी उपलब्ध है. लोग भी अपने मन पसंद की वैरायटी आम खूब चाव से खा रहे हैं. लेकिन, अधिकांश लोगों को पता नहीं है कि बाजारों में बिकने वाला आम कैल्शियम कार्बाइड और अन्य केमिकलों से पकाया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है. जो आपकी सेहत बिगाड़ सकता है.
कैलशियम कार्बाइड एक घातक रसायन है. सरकार ने इससे फलों के पकाए जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है. इसके बावजूद दुकानदार मुनाफे के लिए कैल्शियम कार्बाइड से फलों को पकाने का काम कर रहे हैं, जो कैंसर रोग पैदा कर सकता है. ऐसे में कैल्शियम कार्बाइड से पकाया गए फल का ज्यादा दिनों तक सेवन करने से आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. अगर कैलशियम कार्बाइड या केमिकल से पके हुए आम और कोई अन्य फल खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाएं.
वहीं, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कैलाश चंद्र टम्टा के मुताबिक, कैल्शियम कार्बाइड पूरी तरह से प्रतिबंधित है. दुकानदारों द्वारा मुख्य रूप से प्राकृतिक रूप से पके हुए आम को बेचे जा सकते हैं. कोई भी दुकानदार इस तरह का केमिकल का प्रयोग करता है, वह कानूनी अपराध है. जहां कहीं केमिकल और कैल्शियम कार्बाइड से आम पकाए जाने की शिकायत आती है तो खाद्य विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि लोगों से भी जागरूक रहने की अपील की है.