प्रदूषण की वजह से राजधानी दिल्ली धीरे धीरे अब गैस चैंबर में तबदील होती जा रही है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली के जहांगीरपुरी में आज AQI 885 ( बेहद गंभीर) श्रेणी में है. वहीं, दिल्ली से सटे नोएडा में AQI 469 और गुरुग्राम में AQI 469 है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है. इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 3 का AQI सुबह 7 बजे 333 दर्ज किया गया है. सफर ने कहा है कि अनुकूल परिवहन-स्तरीय हवा की गति के कारण दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है.
दिल्ली-NCR में कहां कितना AQI?
- जहांगीरपुरी- 885
- लोधी रोड- 382
- दिल्ली यूनिवर्सिटी- 468
- दिल्ली एयरपोर्ट- टी 3- 389
- नोएडा- 469
- मथुरा रोड- 405
- आईआईटी दिल्ली- 357
- गुरुग्राम- 393
चौथे चरण के तहत प्रतिबंध लागू करने की तत्काल आवश्यकता नहीं
वहीं, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मौसम की अपेक्षाकृत बेहतर परिस्थितियों के कारण बुधवार मामूली सुधार हुआ और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने कहा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चौथे चरण के तहत प्रतिबंध लागू करने की तत्काल आवश्यकता नहीं है. जीआरएपी के चौथे चरण के तहत प्रतिबंधों में ट्रकों के प्रवेश पर रोक और शिक्षण संस्थानों को बंद करना शामिल होता है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के निवासियों से अपील की कि अच्छा हो अगर वे घर से काम करें या वाहनों के उत्सर्जन को कम करने के लिए साझा परिवहन का उपयोग करें, जो राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है. राय ने बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह वायु प्रदूषण के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों का समर्थन किया-पटाखों पर प्रतिबंध का विरोध किया, ‘गाड़ी बंद पर रेड लाइट’ अभियान के कार्यान्वयन को रोक दिया और अब राजधानी में प्रदूषण गतिविधियों पर प्रतिबंध का उल्लंघन कर रही है और अब इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है.
‘गंभीर’ माना जाता है 400 से ऊपर का एक्यूआई
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि पराली जलाने के प्रभाव से बृहस्पतिवार और शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में वापस आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि हालांकि, सतही तेज हवा चलने के कारण शनिवार को स्थिति में सुधार होने का अनुमान है. बुधवार को हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार पालम और सफदरजंग हवाई अड्डों पर सुबह बेहतर दृश्यता स्तर (1500 मीटर) से स्पष्ट था. 400 से ऊपर का एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है और स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और मौजूदा बीमारियों वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है.