देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में राहत व बचाव का कार्य जारी है। रेस्क्यू टीम को मैणाणा से शुक्रवार दोपहर एक और शव मिला है। अब आपदा में कुल मृतकों की संख्या 38 पहुंच गई है। बरामद किए गए शवों में से 10 की पहचान कर ली गई है। आपदा के छह दिन बाद भी 166 लोग लापता हैं। आपदा ग्रस्त क्षेत्र में भारतीय वायु सेना का चिनूक की मदद से आपदा क्षेत्र में भारी सामान लाने मे मददगार साबित हो रहा है। रेस्क्यू टीम और साजो सामान के साथ आज चिनूक चौथी बार जोशीमठ हेलिपेड पर लैंड हुआ। चिनुक हेलीकॉप्टर से आपदा ग्रस्त क्षेत्र में ड्रिल, उपकरण और मशीनें लाई गई हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन टनल के 12 मीटर नीचे छोटी टनल है जहां संभावना थी कि कुछ लोग फंसे हुए हैं। लेकिन हम कल 6 मीटर तक ही ड्रिल कर पाए थे लेकिन आज हम वहां दूसरी मशीन लगाकर फिर से ड्रिल करने का प्रयास करेंगे कहा कि आपदा में राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कहा कि रेस्क्यू में उत्तराखंड पुलिस के बहादुर जवानों सहित एनडीआरएफ,सेना, एसडीआरएफ,आईटीबीपी, बीआरओ आदि के जवान सुबह से ही राहत कार्य में जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ के कमांडेंट ने बताया, “लगातार हमारी टीम यहां काम कर रही है। नई मशीनों के द्वारा भी यहां काम शुरू हो चुका है। नदी के किनारे भी हम अपनी एक टीम भेज रहे हैं ताकि वहां रास्ते में जो शव फंसे हो उसका पता लगा सकें। राहत व बचाव कार्य के लिए जवानों ने ट्रॉली बनाई है ताकि ग्रामीणों को रसद पहुंचाई जा सके।