कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के 15 से अधिक ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और उनके सांसद भाई डीके सुरेश के 15 से अधिक ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी चल रही है. सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान सीबीआई को 50 लाख रुपये से अधिक कैश बरामद हुए हैं. सीबीआई की टीम बेंगलुरु के डोड्डालहल्ली, कनकपुरा और सदाशिव नगर में छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी कथित भ्रष्टाचार केस में चल रही है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने सीबीआई छापेमारी को लकेर कहा कि बीजेपी ने हमेशा से ही प्रतिशोध की राजनीति और जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की है. डीके शिवकुमार के घर पर सीबीआई की छापेमारी उपचुनावों के लिए हमारी तैयारी को पटरी से उतारने का एक और प्रयास है. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं.

कौन हैं डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस के संकट मोचक नेता डीके शिवकुमार को मार्च-2020 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. डीके शिवकुमार की गिनती कांग्रेस के संकटमोचक नेताओं के तौर पर होती है. ऐसे नेता जो पार्टी के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं. बात चाहे कर्नाटक सरकार को बचाने की हो, या राष्ट्रीय स्तर की राजनीति की, डीके शिवकुमार हर बार साबित करते रहे हैं कि वे कांग्रेस के संकट मोचक हैं.

सिद्धारमैया के बाद कर्नाटक कांग्रेस में बड़े चेहरे के रूप में डीके शिवकुमार का नाम आता है. वे कांग्रेस आलाकमान के करीबी माने जाते हैं. डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. कर्नाटक की सियासत में वोक्कालिगा समुदाय को लिंगायत के बाद दूसरा किंगमेकर माना जाता है. जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा इसी समुदाय से आते हैं. कर्नाटक में अब तक वोक्कालिगा समुदाय से 6 मुख्यमंत्री बने हैं.

शिवकुमार ग्रेनाइट निर्यात, रियल एस्टेट, शिक्षा और केबल टेलीविजन जैसे कारोबार में शामिल हैं. ये उनके और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित कंपनियों के नेटवर्क के माध्यम से हैं.

साल 2016 की नोटबंदी के बाद से डीके शिवकुमार इनकम टैक्स और ईडी के रडार पर थे. 2 अगस्त 2017 को उनके नई दिल्ली आवास पर इनकम टैक्स ने छापा मारा था, जिसमें 8.59 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे. इसके बाद आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता और उनके चार अन्य सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. इनकम विभाग की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया.

सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने अपनी जांच के दौरान दिल्ली और बेंगलुरु में क्रॉस-बॉर्डर हवाला लेनदेन और बेहिसाब नकदी के इस्तेमाल का पता लगाया. यह भी आरोप लगाया गया कि डीके शिवकुमार और उनकी बेटी जुलाई 2017 में एक वित्तीय लेनदेन के लिए सिंगापुर गए थे. आयकर विभाग का दावा है कि उसकी जांच में डीके शिवकुमार से जुड़ी 429 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ.

मनी लॉन्ड्रिंग केस में जा चुके हैं जेल

मनी लॉन्ड्रिंग केस में डीके शिवकुमार करीब 50 दिन तक तिहाड़ जेल में रहे हैं. उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिली है. जेल में बंद रहने के दौरान उनसे कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता मुलाकात कर चुके हैं. जेल में बंद रहने के दौरान उनसे सोनिया गांधी ने भी मुलाकात की थी. इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने जेल में उनसे मुलाकात की थी. अब उनके हाथ में कर्नाटक कांग्रेस की कमान है.

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