देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। गुरुवार को महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। ये मुकदमा इसलिए दर्ज किया गया है क्योंकि कांग्रेसियो ने कोरोनाकाल में बिना इजाजत के प्रदर्शन किया था। 150 कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
गुरुवार को कांग्रेसियों ने बिना अनुमति जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। साथ ही मानवऋंखला बनाई। देहरादून शहर कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित 15 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अन्य लोगों के खिलाफ बलवा, महामारी व आपदा प्रबंधन एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
सीओ सिटी शेखरचंद्र सुयाल ने बताया कि महंगाई के विरोध में मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत प्रशासन ने मानव श्रृंखला की अनुमति न देते हुए केवल 8-10 लोगों को शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए कार्यालय में ही बैठक करने की अनुमति दी गई थी।
गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में लगभग 100-150 लोगों ने बिना अनुमति के कांग्रेस कार्यालय से एस्लेहॉल, गांधी पार्क होते हुए घंटाघर तक तथा वहां से वापस कांग्रेस कार्यालय तक जुलूस निकाला। जलूस के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन न करते हुए बिना मास्क सार्वजनिक स्थल पर प्रदर्शन किया गया। इससे संक्रमण के फैलने की आशंका बढ़ी है।
डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, गरिमा दसौनी, संजय किशोर, गौरव शर्मा, विजय रतूड़ी, लक्ष्मी अग्रवाल, ताहिर अली, मोहम्मद तबि खान, आकिल अहमद, मंत्री प्रसाद नैथानी, अनूप कपूर, गोदावरी थापली, भूपेंद्र नेगी समेत 150 अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध बलवा, महामारी एक्ट, संक्रमण फैलाने का प्रयास, अन्य लोगों की जान को खतरे में डालने और आपदा प्रबंधन एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।