देहरादून: उत्तरकाशी में 41 मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द जी महाराज ने सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की सकुशल वापसी को दैवीय चमत्कार करार दिया। पीएम मोदी, सीएम धामी समेत बचाव अभियान में जुड़ी टीम को बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड के कण कण में देवताओं का वास है। और जब अत्याधुनिक मशीन फेल हो गईं तो बाबा बौखनाग समेत देवी देवताओं की कृपा इस बड़ी सुरंग दुर्घटना में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला।
उन्होंने कहा कि जहां विज्ञान की सीमा खत्म होती है वहीं से दैवीय व अलौकिक शक्तियों की यात्रा शुरू होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्माण कार्य से पहले भगवान की आराधना की जाती है न कि उनके मंदिर तोड़े जाते हैं।
इस सुरंग के निर्माण के दौरान बाबा बौखनाग का मंदिर हटा दिया गया। महामंडलेश्वर कैलाशानन्द ने सीएम धामी के बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनाये जाने पर खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी।
महामंडलेश्वर कैलाशानन्द ने कहा कि यह ईश्वर की ही कृपा रही कि इन 17 दिनों में विकट समस्या का सामना कर रहे मजदूरों में किसी का अनिष्ट नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि,सोमवार को सुरंग व बौखनाग मंदिर के पास चट्टान में पानी से बनी महादेव शिव की आकृति बनते ही साफ हो गया था कि ईश्वर ही अब मजदूरों को बाहर निकालने के लिए स्वंय आ गए। और उसके बाद क्या हुआ यह समूचे विश्व ने देखा।