लखनऊ. उत्तर प्रदेश बीजेपी (BJP) के लिए नया साल शुरू होते ही चुनौतियां भी बढ़ जाएंगी. बीजेपी की शुरुआत पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) के अंतिम दौर की तैयारी से शुरू होगी, तो साल के अंत तक विधानसभा चुनाव की तैयारियों का वक्त आ जाएगा. फिलहाल मार्च 2021 में एक तरफ पार्टी पंचायत चुनाव का माहौल अपने पक्ष में कराने में जुटी रहेगी, तो दूसरी तरफ योगी सरकार (Yogi Government) पांचवें साल में प्रवेश कर जाएगी. यूपी सरकार के चार साल पूरे होने पर पार्टी के नेता सरकार की उपलब्धियां गिनाने जनता के बीच पहुंचेंगे. इसके अलावा चार साल पूरे होने पर सराकर के कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा.
बहरहाल, जनवरी 2021 की शुरुआत पार्टी पदाधिकारियों की बैठक से होगी. प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह (Radha Mohan Singh) ने नए साल की शुभकामना देते हुए कहा है कि चुनावी तैयारी का फॉर्मूला बीजेपी पर लागू नहीं होता बल्कि अन्य दलों पर ये लागू होता है. वे कहते हैं कि ये बीजेपी पर इसलिए लागू नहीं होता है क्योंकि बीजेपी बारह महीने चौबीस घंटे अपने संगठन को मजबूत बनाने के लिए काम करती है. चुनाव समाप्त होता है फिर उसके दूसरे तीसरे दिन से ही हमारी संगठन की सक्रियता शुरू हो जाती है. हालांकि ये संयोग है लगातार चुनावी माहौल उत्तर प्रदेश में बना रहेगा.
प्रदेश प्रभारी और पंचायत चुनाव प्रभारी ने कही ये बात
उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रदेश प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह कहते हैं कि अगर हम सरकार की बात करें तो हमारी सरकार पब्लिक इंटरेस्ट के मुद्दों पर काम करती है. लगातार हमारी सरकार और हमारे कार्यकर्ता काम करते रहते हैं. दूसरी तरफ पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुटे प्रदेश पंचायत प्रभारी और पार्टी उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि पंचायत चुनाव के लिए हम काम कर रहे हैं और मार्च में सरकार के चार साल पूरे हो जाएंगे और जिसके बाद हम पांचवें साल में सरकार की उपलब्धियों और काम-काज को लेकर जनता के बीच जाएंगे. पंचायत चुनाव के बाद विधानसभा की उल्टी गिनती शुरू हो जान के सवाल पर वे कहते हैं कि सरकार का अंतिम साल चुनावी साल होता है और उसके लिए पार्टी और सरकार दोनों मिलकर काम करेंगे.