अभिनेत्री कंगना रनौत की मुंबई स्थित ऑफिस पर बृहन मुंबई महानगरपालिका (BMC) की कार्रवाई का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है और अब इस मुद्दे की आग बिहार तक पहुंच चुकी है। एक तरफ तो कंगना उद्धव सरकार पर हमलावर हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अभिनेत्री के समर्थक भी शिवसेना के खिलाफ विरोध जता रहे हैं।
इसी कड़ी में अब बिहार में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दरअसल ये मुकदमा सामाजिक कार्यकर्ता एम राजू नैयर ने मुज़फ़्फ़रपुर में स्थित सीजेएम कोर्ट में दर्ज कराया है। कोर्ट में दायर याचिका में उन्होंने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राउत के ‘इशारों’ पर अभिनेत्री कंगना रनौत के दफ्तर को तोड़ दिया गया है, जोकि पूरी तरह से ‘गैर कानूनी’ है।
अर्जी में आरोप लगाया गया है कि कंगना सुशांत के हत्यारों को पकड़ने की मांग लगातार कर रही थी। इसलिए सरकार ने आवाज़ को दबाने के लिए यह ‘कार्रवाई’ की है। आपको बता दें कि बीएमसी ने कंगना रनौत की गैर मौजूदगी में उनके ऑफिस में ‘अवैध निर्माण’ बताकर तोड़ फोड़ की थी।
शिवसेना का कंगना पर निशाना
एक बार फिर उद्धव ठाकरे की पार्टी ने एक बार फिर अभिनेत्री को घेरने की कोशिश की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना ने कहा है कि ‘मुंबई पाक अधिकृत कश्मीर है की नही’? यह विवाद जिसने पैदा किया, उसी को मुबारक। बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद का बचाव करते हुए शिवसेना के मुखपत्र ने कहा है कि यह नया नहीं है और पुराने समय में भी इसका वर्चस्व रहा है। शिवसेना ने आगे कहा कि परिवारवाद का वर्चस्व उस समय भी था जब कपूर , रोशन ,दत्त ,शान्ताराम जैसे खानदान थे। जब उनसे अगली पीढ़ी आई है फिर जिन लोगों ने अच्छा काम किया वे टिके।
पार्टी ने आगे कहा कि राजेश खन्ना किसी घराने के नही थे, जितेंद्र और धर्मेंद्र भी नही थे लेकिन उन्होंने मुंबई को बनाने और सवारने में योगदान दिया। उन्होंने पानी मे रहकर मगरमच्छ से बैर नही किया या खुद कांच के घर मे रहकर दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेका, जिन्होंने फेका उन्हें मुंबई का श्राप लगा।