देहरादून: उत्तराखंड में UKSSSC की स्नातक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद एसटीएफ ने वन दरोगा भर्ती घपले में भी बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज होने के 15 घण्टे के भीतर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में जल्द कुछ और गिरफ्तारी हो सकती है।
वन दरोगा भर्ती मामले में गिरफ्तार आरोपियों में प्रशांत कुमार पुत्र बाबूराम उम्र 28 निवासी ग्राम खानपुर तथा रविंद्र सिंह पुत्र योगेंद्र सिंह उम्र 27 निवासी वार्ड नं 11, लक्सरी, थाना लक्सर, हरिद्वार शामिल है। एसएसपी STF ने साफ कहा है कि हम धीरे धीरे जो भी इस भर्ती मामले में शामिल होंगे उनतक पहुंचकर कार्यवाई करेंगे उनके अनुसार अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई वन दरोगा भर्ती जांच के लिए डीजीपी अशोक कुमार को निर्देश दिए थे। जिसके बाद डीजीपी ने यह मामला एसटीएफ को सौंप दिया है। एसटीएफ की शुरुवाती जांच में इस भर्ती में धांधली की पुष्टि हो चुकी है और एसटीएफ द्वारा दून साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत करवाया जा चुका है।
आपको बता दें वन दरोगा के 316 पदों के लिए वर्ष 2021 में 16 सितंबर से 25 सितंबर तक ऑनलाइन भर्ती परीक्षाएं करवाई गई थी जो कि 18 शिफ्टों में हुई थी । एसटीएफ की जांच में भर्ती में अनियमितताएं पाई गई है और भर्ती में हुए घोटाले की पूरी तरह से पुष्टि हो चुकी है , इस मामले में वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल ने भी इस परीक्षा में हुए घोटाले की पुष्टि की बात को कबूल किया है, उनका कहना है कि यह सभी भर्तियां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से हुई है अब जिस प्रकार से शासन आदेश जारी करेगा उस प्रकार की कार्यवाही विभाग द्वारा की जाएगी ।