चमोली (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड स्थित बर्फानी बाबा अपने पूरे रूप में प्रकट हो चुके हैं। आपमें से कई लोग उत्तराखंड के बर्फानी बाबा के बारे में नहीं जानते होंगे। हम उनको बताते हैं। उत्तराखंड के ये बर्फानी बाबा सीमांत चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर हैं। चीन सीमा पर चमोली के आखिरी गांव नीती के टिम्मरसैंण में हैं बर्फानी बाबा। यहां हर साल बर्फ का करीब 6 फीट ऊंचा शिवलिंग बनता है।
वैसे यहां पर्यटकों की ज्यादा भीड़ नहीं होती लेकिन फिर भी सैकड़ों की संख्या में लोग यहां आते हैं। हर साल इस वक्त तक यहां लोगों का आना शुरू हो जाता था लेकिन इस बार लॉकड़ाउन की वजह से स्थानीय लोग ही आ रहे हैं। वे यहां पूजा अर्चना कर रहे हैं। टिम्मरसैंण स्थित प्राकृतिक गुफा में हर साल 15 मार्च के बाद बर्फ के दर्जनों शिवलिंग आकार लेने लगते हैं। अप्रैल के आखिर तक मौसम में गर्माहट आने से इनकी संख्या दो या तीन रह जाती है।
इस वर्ष पहाड़ में जमकर बर्फबारी हुई है, इसलिए इन दिनों भी गुफा में तीन शिवलिंग मौजूद हैं। इनमें से मुख्य शिवलिंग पूर्ण आकार में है। बर्फ के इस शिवलिंग की खासियत यह है कि कई स्थानों पर इसमें नीली आभा नजर आती हैं। नीती गांव के प्रेम सिंह फोनिया बताते हैं कि सीमांत गांवों के लोग अपने ग्रीष्मकालीन प्रवासों में लौट आए हैं। वही इन दिनों बाबा बर्फानी के दर्शनों को पहुंच रहे हैं।