हरिद्वार ( नेटवर्क 10 संवाददाता ) : प्रदेश में लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने राज्य में दो दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है. जिसके चलते 20 फरवरी को हरिद्वार में होने वाले सोमवती अमावस्या के स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचने वाले यात्रियों के आगमन पर रोक लगा दी गई है. स्नान के अतिरिक्त अस्थि विसर्जन, कर्मकांड पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा उत्तराखंड की सभी सीमाओं को भी सील किया गया है.
इसके अलावा पुलिस प्रशासन ने भी इसके लिए विशेष तैयारियां की हैं. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक ने पूरे देशवासियों के साथ ही खासतौर पर उत्तर भारत राज्यों के आने वाले श्रद्धालुओं से सोमवती अमावस्या के दिन हरिद्वार न आने की अपील की है. उन्होंने कहा इस बार अपने आसपास की नदी, घाटों में ही स्नान, धार्मिक कांड करें. उत्तराखंड पुलिस का मानना है कि हर बार गर्मियों में आने वाले सोमवती अमावस्या के दिन जम्मू से लेकर गुजरात और देश के अन्य राज्यों से 50 से 60 लाख लोग यहां पहुंचते हैं. ऐसे में अगर संवेदनशील राज्यों और शहरों से 10 संक्रमित लोग भी स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं तो यह वायरस चेन के रूप में बहुत नुकसान पहुंचाएगा.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि मनुष्य की जान से बढ़कर कोई महत्वपूर्ण काम नहीं है. ऐसे में सभी श्रद्धालु सार्वजनिक कार्यक्रमों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर जाने से बचें.