चंपावत: बाराकोट में तड़ाग और लड़ीधूरा की जंगलों में आग लगने से लाखों की वन संपदा राख हो गई. जंगल की आग आबादी क्षेत्र की ओर बढ़ने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. जिससे जान-माल का नुकसान होने से बच गया. ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल में आग अराजकतत्वों ने लगाई है. ग्रामीणों ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. बताया जा रहा है कि आग से कई हेक्टेयर में लगे बांज, बुरांश,चीड़, फल्याट, भीमल, खटिक के पेड़ सहित कई छोटे पौधे जलकर राख हो गए. जंगल की आग गांव की ओर बढ़ने पर ग्रामीण ने मौके पर पहुंचकर घंटों की मशक्कत के बाद काबू पाया.
लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी ने बताया कि क्षेत्र के जंगलों में पिकनिक मनाने आने वाले अराजकतत्व अक्सर जंगलों में आग लगा देते हैं. जिससे वन संपदा के साथ जानवरों के लिए चारा भी नष्ट हो जाता है. उन्होंने प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों से ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
काली कुमाऊं वन रेंजर हेम चंद्र गहतोड़ी ने बताया है कि मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से जंगलों में आग लगाने वालों की सूचना वन विभाग को देने की अपील की. उघर, ग्राम सभा खैशकांडे के रौजा के जगंल में भी अराजक तत्वों में आग लगा दी. देखते ही देखते आग जंगल की लपटों में घिर गया. आग लगने की जानकारी स्थानीय लोगों ने वन विभाग को दी और स्वयं आग बुझाने में जुट गए.