उत्तराखंड: जब कर्मचारी को दफ्तर में कंडाली से झपोड़ा गया

पौड़ी गढ़वाल: अगर आप पहाड़ी हैं तो कभी न कभी आपने कंडाली की झपाक जरूर खाई होगी। कभी आपकी मां या दादी ने आपको कंडाली से जरूर झपोड़ा होगा या फिर खुद ही कभी आपने कंडाली की झपाक खाई होगी। यहां भी एक ऐसा ही वाकया हुआ। कर्मचारी को दफ्तर में उसके ही साथियों ने कंडाली से झपोड़ दिया।

दरअसल आजकल उत्तराखंड में पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में आंदोलन चल रहा है। तमाम दफ्तरों में कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है। ऐसे में अगर कोई कर्मचारी काम करते हुए दफ्तर में पाया जा रहा है तो साथी कर्मचारी नाराज हो रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों को साथी हड़ताली कर्मचारी अपने हिसाब से दंडित भी कर रहे हैं। एक जगह काम कर रहे कर्मचारी के मुंह पर साथी हड़तालियों ने कालिख पोत दी थी।

इसी कड़ी में एक ऐसा वकया हुआ कि हड़ताल के दौरान काम कर रहे कर्मचारियों को साथी हड़ताली कर्मचारियों ने कंडाली से झपोड़ दिया। बात शुक्रवार की है। शुक्रवार की रात कर्मचारियों को पता चला कि विकास भवन में एक कर्मचारी काम कर रहा है, बस फिर क्या था। सभी साथी कर्मचारी उसे सबक सिखाने के लिए दफ्तर पहुंच गए।उन्होंने काम कर रहे कर्मचारी को कंडाली की झाड़ लगाई और चेतावनी देकर छोड़ दिया। क्षेत्र में हुई इस घटना का जिक्र लोग चटखारे ले-लेकर कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि जनरल ओबीसी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सोहन रावत और महासचिव संजय नेगी शुक्रवार को विकास भवन पहुंचे थे। जहां उन्हें एक कर्मचारी काम करता दिखा। पदाधिकारियों ने कर्मचारी की इस हरकत पर उसे कंडाली लगाकर छोड़ दिया।

आपको बता दें कि जनरल ओबीसी कर्मचारी संघ के पदाधिकारी पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं। जगह-जगह कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है। सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा है। ना तो ट्रेजरी में बिल जमा हो पा रहे हैं और ना ही बिजली विभाग में काम हो रहा है।

सभी सरकारी विभागों में कर्मचारियों के कार्य बहिष्कर का असर दिखने लगा है। कर्मचारियों ने कहा कि योग्यता को दरकिनार कर प्रमोशन में आरक्षण लागू करना कर्मचारियों के साथ अन्याय है। जब तक पदोन्नति में आरक्षण का फैसला वापस नहीं लिया जाता, कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा।

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