देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता ): पुलिस ने राजधानी में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों से गाड़ी खरीदने की अपील करते हुए किस्त भरने की बात कहकर लोगों को फंसाते थे. पुलिस ने इस मामले में जम्मू कश्मीर के दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. ये लोग ग्राहकों को मात्र 20 फीसदी रकम खर्च कर ही नई मोटर-कार दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम देते थे.
पुलिस की गिरफ्त में आया गिरोह देहरादून में कई लोगों को कार दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है. 20 प्रतिशत रकम वसूल कर बाकी की 80 प्रतिशत धनराशि कंपनी द्वारा देने का झांसा देते हुए ये लोगों से धोखाधड़ी करते थे. ग्राहकों को संतुष्ट करने के लिए गिरोह के लोग कार डिलीवरी के बाद उसमें 5 साल तक एक विज्ञापन का प्रचार करने की बात कहते थे. उसी विज्ञापन की कमाई से कार की 80 फीसदी धनराशि कार कंपनी को किस्त के रूप में देने की बात कहते थे. पुलिस ने पकड़े गए दोनों अभियुक्तों से एक लग्जरी कार भी बरामद की है.
मास्टर माइंड राघव गुप्ता अभी भी फरार
इस मामले में गिरोह में शामिल आईटी बीटेक करने वाले अभियुक्त सोहेल अहमद ने बताया कि वह लोग लॉकडाउन से पहले जम्मू कश्मीर से देहरादून घूमने आए थे. इसी दौरान उनके जम्मू के पुराने मित्र राघव गुप्ता से मुलाकात हुई. जहां से इस फर्जी कंपनी की शुरुआत की गई. राजपुर रोड पर नीलकंठ ऑर्केड में ऑफिस खोला गया. जहां से लोगों को विज्ञापन के जरिए मात्र 20 फीसदी रकम पर ही कार दिलाने का झांसा दिया जाता था. अभी तक 10 – 12 लोगों को झांसा देकर 11 लाख से अधिक रकम वसूली गई. पूरे मामले का मास्टर माइंड राघव गुप्ता कंपनी की पूरी रकम लेकर फरार चल रहा है.
देहरादून, डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि कार में विज्ञापन प्रचार करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी राघव गुप्ता की तलाश लगातार जारी है. उसकी गिरफ्तारी के बाद पीड़ित लोगों का पैसा वापस दिलाया जाएगा.